चंडीगढ़, 6 अगस्त। श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन श्री अद्वैत स्वरूप शिव मंदिर अजून सेवानंद ट्रस्ट फेस 2 राम दरबार चण्डीगढ़ में श्री नंगली दरबार सेवासमिति चण्डीगढ़ (रजि) के सयुंक्त प्रयास से इस पांवन कथा का संचालन किया गया।
बाल व्यास आचार्य शैलेन्द्र कृष्ण महाराज ने सभी श्रोतागण भक्तों को महाप्रभू भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाये एवं स्वामी गर्गाचार्य द्वारा महाप्रभू का सुंदर नामकरण की कथा भक्तों को सुनाया गया। आचार्य शैलेंद्र ने भगवान श्री गोपाल कृष्ण जी के नटखट लीला, गोपी, गीत, गोपियों के मटकी को फोड़ने से लेकर उनके बीच नोकझोक का दृष्टान्त सुंदर भाव से सुनाया। कुबेरजी के दोनो पुत्रों का उद्धार महाप्रभू ने कैसे किया यह कथा भी सम्मुख की गई।
संगत को कथा के विश्राम से पहले गोवर्धन महराज जी को 56 भोज के भोग की महिमा की कथा का वर्णन सभी भक्तों को सुनाया गया। सभी भगतों ने खीर पूड़े और फला आदि का प्रसाद ग्रहण किया। आज की मुख्य यजमान बहन सुमन महाजन एवं बहन सविता महाजन परिवार है। पूज्य स्वामी अजून ध्यानानन्द महाराज तथा भैया रमेश चंद्र (बबलू भैया) की दिन रात के मेहनत एवं अथक प्रयास में देश राज राणा, रमन छाबड़ा, सपरिवार गौरव सिंगला, प्रेम स्वरूप, राम सेवक, विजय परमार, योगेश मांगलिक, सतीश भैया तथा पीसी यादव ने अपना बहुमूल्य समय एवं सेवा दे रहें है। पीसी याद ने कहा कि चण्डीगढ़ के सभी क्षेत्रवासी इस दिव्य कथा को सुनकर जीवन का आनन्द उठा रहे है।