चंडीगढ़, 16 मई । आज चंडीगढ़ महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने जारी एक बयान में बताया कि चंडीगढ़ की ओल्ड बुक शॉप्स व शहर की अन्य दुकानों को भी ऑड – इवन ढंग से खोला जाए। क्योंकि इस समय बच्चों की नई सत्र की शुरुआत हुई है। बच्चों को स्कूल की किताबें और कापिए ह और कॉलेज की किताबें लेने के लिए दिक्कत आ रही है । दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों ने ग्रीष्मकालीन छुट्टियां घोषित कर दी हैं। जिस कारण छुट्टियों का काम करने के लिए बच्चे बिना कॉपी किताबों के असहाय हुए हैं।
दीपा दुबे ने प्रशासन से कहा कि किताबों की दुकान एक विद्यार्थी के लिए खुलनी बहुत जरूरी है स्थिति यह है कि किताबें ना मिलने से बच्चों को बहुत दिक्कत आ रही हैं। किताबों का सीधा संबंध विद्यार्थी के जीवन के साथ है और इस समय में किताबें ना मिलना विद्यार्थियों के जीवन के साथ खिलवाड़ है जो मोदी सरकार जानबूझकर कर रही है।
साथ ही दीपा दुबे ने प्रशासन से मांग की है की चंडीगढ़ के नागरिकों को मोटर व्हीकल को ठीक करवाने की समस्या बहुत आ रही है नागरिक बहुत परेशान है महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रशासन से यह भी मांग की है चंडीगढ़ में जितनी भी चंडीगढ़ में मोटर मार्केट है उनको ऑड- इवन ढंग से खोला जाए जिससे चंडीगढ़ के नागरिकों को थोड़ी राहत प्रदान हो सके।
दीपा ने प्रशासन को यह भी पूछा कि बीजेपी के पार्षद कहां सो रहे हैं? दीपा ने बताया कि वार्ड नंबर 2 की पार्षद राजबाला मलिक जब से चुनाव हुए हैं तब से उन्होंने अपने वार्ड की एक बार भी सुध नहीं ली और जब राजबाला मलिक मेयर थी तब 1 साल के कार्यकाल में शहर को 3 साल पीछे ले गई।
दीपा ने कहा कि सेक्टर 15 में अभी तक 100 से अधिक लोग करोना से ग्रस्त हुए हैं। लेकिन राजबाला मलिक को अपने वार्ड के नागरिकों से कुछ भी लेना देना नहीं है। दीपा ने कहा कि चुनाव के दिनों में प्रचार करने के लिए गली-गली में घूमा करती थी लेकिन आज लगता है वह अपना वार्ड का रास्ता भी भूल गई है ।
दीपा ने कहा कि राजबाला मलिक ना तो अपने वार्ड के नागरिकों की सुध लेती है नाही राजबाला मलिक ने अपने वार्ड में पिछले 4 साल से कोई कार्य करवाए। बात सेक्टर 15 कि नहीं अगर हम सेक्टर 12, 14 वे खुदा लहौरा की कॉलोनियों की तरफ ध्यान दें तो आप यही जान पाएंगे किस तरीके से पार्षद ने अपने वार्ड के नागरिकों को सुविधा प्रदान करने की बजाय उनको लावारिस छोड़ दिया।
दीपा ने कहा कि चुनाव के वक्त बीजेपी के पार्षद बरसाती मेंढक की तरह बिल्लो से बाहर आ जाते हैं ।लेकिन आज करोना की महामारी में वार्ड नंबर 2 की पार्षद और पूर्व मेयर राजबाला मलिक लापता है।
करोना के चलते दुकानदारों का दर्द देखने के बाद भी वह निशब्द है। इसको क्या माना जाए आप सब भली भांति जानते हैं कि किस ढंग से करोना की महामारी के अंदर हर व्यक्ति की अर्थव्यवस्था डगमगाए हुए हैं ।लेकिन दुकानदार अपनी रोज की रोजी रोटी कमाने वाले अपने बच्चों का पालन कैसे करें, दुकानों के किराए कहां से निकाले दुकान पर काम करने वाले लोगों को पगार कहां से दे एक दुकानदार कम से कम 3 लोगो का घर चलाता है लेकिन आज कितने लोग दुकाने ना खुलने से भुखमरी का शिकार हो रहे अगर ऐसे पार्षद अब नहीं बोलेंगे या अपने नागरिकों के लिए कार्य नहीं तो ऐसे पार्षदों का क्या फायदा।
दीपा ने कहा की शर्म आती है यह कहते हुए की चंडीगढ़ का बीजेपी शासित नगर निगम और बीजेपी का मेयर और बीजेपी के पार्षद सब अपने कार्य करने में फेल रहे है।