‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ मुहिम के अंतर्गत वेबिनार आयोजित

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चंडीगढ़, 29 अप्रैल। तेलंगाना के लोक नृत्य अपने आप में संस्कृति के वाहक हैं और उनका एतिहासिक महत्व भी है। ये बात तेलंगाना, हैदराबाद, के श्री सुरभी एकेडमी ऑफ परफार्मिंग आर्ट्स की डॉ सुरभी लक्ष्मी शारदा ने वीरवार को एक बेवीनार को संबोधित करते हुए कही। ये वेबिनार ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ मुहिम के अंतर्गत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के हिसार स्थित क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो द्वारा आयोजित किया गया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि लंबाडी, डंडारी, बल्लाड, धमाल, डंडरिया जैसे नृत्य तेलंगाना की पहचान हैं। राज्य में पौराणिक मंदिरों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि तेलंगाना में कई ऐसे मंदिर हैं, जिनका अपना एतिहासिक महत्व भी है। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में आल्मपुरा, आदिगुरु, श्री विद्या सरस्वति, भदराचालम मंदिर जैसे कई सुंदर मंदिर हैं।
वेबिनार की शुरुआत में सुश्री सपना, सहायक निदेशक, प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो,चंडीगढ़ ने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए अपने संबोधन में कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के माध्यम से एक राज्य दूसरे राज्य की कला-संस्कृति, खान-पान, लोक संस्कृति इत्यादि के बारे में जानकारी साझा करते हैं। उन्होंने कहा कि आज इस वेबिनार के माध्यम से हरियाणा और तेलंगाना राज्यों के बारे में रोचक जानकारी दी जा रही है।
हरियाणा के डीएनपीजी कॉलेज के हिस्ट्री डिपार्टमेंट के हेड डॉ महेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा एतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों की भूमि रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पहला ऐसा राज्य है, जिसने 1972 में तेलगू को अपनी दूसरी राज्य भाषा घोशित किया। साथ ही भूदान आंदोलन में भी हरियाणा की अहम भूमिका रही है। डॉ महेंद्र ने वेबिनार के माध्यम से जानकारी दी कि हरियाणा में सबसे अधिक हड़प्पा की साइट्स मौजूद हैं, जो इसके पौराणिक काल में संपन्नता का प्रमाण है। हरियाण महाभारत की धरती रही है, जहां कई वेद भी रचे गए। उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में हरियाणा का अहम योगदान रहा है। इस दौरान उन्होंने हरियाणा का खेलकूद के क्षेत्र में योगदान का भी उल्लेख किया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, चंडीगढ़ के सहायक निदेशक और बेवीनार के संचालक श्री बलजीत सिंह ने इस दौरान कहा कि प्रादेशिक लोक संपर्क ब्यूरो, चंडीगढ़ आगे भी इस तरह के वेबिनार आयोजित करते रहेगा जो एक भारत श्रेष्ठ भारत मुहिम को और मजबूती देगा। सत्र का समापन क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो, हिसार के श्री दौलत राम द्वारा सभी प्रतिभागियों और अतिथि वक्ताओं को धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करने के साथ हुआ। इस दौरान प्रतिभागियों ने दोनों राज्यों को लेकर कई सार्थक प्रश्न भी किए।

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