चंडीगढ़, 27 दिसंबर। राष्ट्रीय स्तर पर ओमिक्रोन के बढ़ रहे मामलों के दरमियान पंजाब के उप मुख्यमंत्री ओ. पी. सोनी, जिनके पास स्वास्थ्य सेवाएं और परिवार कल्याण विभाग का चार्ज भी है, ने आज सभी प्राइमरी हैल्थ सैंटरों (पी.एच.सीज़), कम्युनिटी हैल्थ सैंटरों (सी.एच.सीज़) और आक्सीजन प्लांट को चलाने के हुक्म दिए हैं जिससे मरीज़ों की संख्या में संभावित विस्तार से कारगर ढंग से निपटा जा सके।
रोकथाम उपायों की स्थिति का जायज़ा लेते हुये सोनी ने विभाग के उच्च अधिकारियों को सरकारी और निजी अस्पतालों में बैडों की उपलब्धता संबंधी नियमित तौर पर जांच करने के निर्देश दिए और उनको डाक्टरों के खाली पड़े पदों की बारीकी से समीक्षा करने के लिए कहा। उन्होंने पीएचसीज़ को सीएचसीज़, सीएचसीज़ को एसडीएच (सब डिविज़नल अस्पतालों) में अपग्रेड करने के भी हुक्म दिए। ए.एन.एमज़, एन.एच.एम स्टाफ और आशा वर्करों की सेवाओं को रेगुलर करने के मुद्दे पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उच्च ताकती समिति की मीटिंग यह मामला मुख्यमंत्री के समक्ष उठाएंगे।
यहां अपनी सरकारी रिहायश पर हुई मीटिंग के दौरान उप मुख्यमंत्री ने हिदायत की कि चाहे इस समय पर मामलों की संख्या कम है परन्तु दवाएँ, आक्सीजन टैंकर, आक्सीमीटर और अन्य ज़रुरी समान समेत सभी तैयारियां जल्द से जल्द पूरी कर ली जाएं।
उन्होंने मीटिंग में बताया कि वायरस की नयी लहर में हलके लक्षण पाये जा रहे हैं और अधिकतर मामलों में अस्पताल में दाखि़ल होने की ज़रूरत नहीं है। इसलिए घरेलू एकांतवास में ही लोगों के इलाज सम्बन्धी तैयारियों को प्राथमिकता दी जाये।
इस मौके पर दूसरों के अलावा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य राज कमल चौधरी, मिशन डायरैक्टर नेशनल हैल्थ मिशन कुमार राहुल, एम.डी. पंजाब हैल्थ सिस्टम कारपोरेशन भुपिन्दर सिंह और डा. ओ पी गोजरा उपस्थित थे।