चंडीगढ़, 6 मार्च । पंजाब में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के साथ प्रभावशाली ढंग से निपटने और इसके फैलाव को रोकने के लिए आज यहाँ मुख्य सचिव विनी महाजन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय मीटिंग की गई जिसमें डिप्टी कमीश्नरों, जि़ला पुलिस मुखियों और स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के सीनियर अधिकारियों ने शिरकत की।
मुख्य सचिव ने हर जिले में महामारी से निपटने के लिए की गई तैयारी और कोविड वैक्सीनेशन का भी जायज़ा लिया।
उन्होंने कहा, ‘कोविड की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है और सभी डिप्टी कमीश्नरों और पुलिस मुखियों द्वारा लाजि़मी तौर पर विवाहों, धार्मिक समारोहों और सामाजिक कार्यों जैसे बड़े जमावड़ों के दौरान सरकार के दिशा निर्देशों अनुसार सीमित सभा यकीनी बनाई जाये। इसके अलावा मैरिज पैलेसों और लोगों के जलसे वाले अन्य स्थानों पर कोविड निरीक्षक नियुक्त किये जाएँ।’’
उन्होंने डिप्टी कमिश्नर और जि़ला पुलिस प्रमुख को आगे हिदायत करते हुए कहा कि वह अपने अधिकार क्षेत्र में सभी स्थानों पर कोविड-19 नियम का सख्ती से पालन को यकीनी बनाएं और कोविड सम्बन्धी सेहत प्रोटोकॉल के लिए लोगों को जागरूक करें।
विनी महाजन ने दूसरी लहर के साथ प्रभावशाली ढंग से मुकाबला करने के लिए स्वस्थ्य देखभाल सहूलतों के विस्तृत मूल्यांकन पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि वे कस्बों का जायज़ा लें जहाँ हाल ही में मतदान हुए हैं जिससे भीड़ के कारण हुए कोविड मामलों की असली स्थिति का पता लगाया जा सके। उन्होंने कहा कि स्कूलों में बीमारी का फैलाव कम है इसलिए स्कूल बंद करने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि स्कूल अध्यापकों को टैस्ट करवाने के लिए उत्साहित किया जाये और योग्य अध्यापकों को पहल के आधार पर फ्रंट लाईन वर्करों के तौर पर लाजि़मी तौर पर टीका लगाया जाये। उन्होंने चिंता ज़ाहिर की कि राज्य में पिछले दो हफ़्तों के दौरान कोविड के मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। राज्य के 9 जिलों में पिछले दो हफ़्तों के दौरान कोविड के मामले ज़बरदस्त ढंग से बढ़े हैं।
महाजन ने ज़ोर देकर कहा कि लोगों में कोविड से बचने के लिए सरकार की तरफ से जारी हैल्थ प्रोटोकॉल्स के पालन के प्रति जागरूकता फैलाई जाये।
इस दौरान स्वस्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव हुस्न लाल ने कोविड -19 के रुझान की मौजूदा स्थिति पेश की। उन्होंने कुछ अधिक संभावनाओं वाले मौके जैसे कि विवाह, सामाजिक जमावड़े और दफ्तरों के आंकड़े साझा किये जिसके चलते इन्फ़ेक्शन होने का ज़्यादा डर होता है। उन्होंने बताया कि 2, 38,367 व्यक्तियों को कोविड-19 टीके की पहली ख़ुराक दी जा चुकी है और टीका लगवाने के बाद किसी भी व्यक्ति को कोई स्वास्थ्य समस्या सामने नहीं आई है। उन्होंने मुख्य सचिव को एक मॉडल बारे भी जानकारी दी जो मार्च के मध्य से लेकर मार्च के आखिर तक प्रति दिन 3000 मामले सामने आने की संभावना बारे जानकारी देता है।
इस वर्चुअल मीटिंग में डी.जी.पी दिनकर गुप्ता, प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) डी.के. तिवारी, सचिव (स्कूल शिक्षा) कृष्ण कुमार, सचिव (स्वास्थ्य और परिवार कल्याण) कुमार राहुल, पीएचएससी के मिशन डायरैक्टर तनु कश्यप, विशेष सचिव स. अमित कुमार, स्वास्थ्य सेवाओं के डायरैक्टर डॉ. जी बी सिंह, डॉ. राजेश कुमार, ई.डी.एस.एच.एस.आर.सी., परिवार कल्याण के डायरैक्टर डॉ. अन्देश कंद और कोविड-19 के स्टेट नोडल अफ़सर डॉ. राजेश भास्कर भी मौजूद थे।