चंडीगढ़, 21 दिसम्बर। राज्य में ऊर्जा संरक्षण एक्ट-2001 को लागू करने के लिए राज्य मनोनीत एजेंसी (एसडीए) होने के नाते पंजाब एनर्जी डिवैल्पमैंट एजेंसी (पेडा) की तरफ से आज पंजाब राज्य पावर कारपोरेशन लिमटिड (पीएसपीसीएल) के सहयोग से राज्य स्तरीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया गया।
ऊर्जा दक्षता तकनीकों और ऊर्जा संरक्षण दिवस समारोह पर प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुये डिस्ट्रीब्यूशन, पीएसपीसीएल के डायरैक्टर स. डीपीएस ग्रेवाल ने पंजाब में ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा कुशलता के विषय पर राज्य की तरफ से अलग-अलग क्षेत्रों जैसे इमारतों, उद्योगों, नगर पालिकाओं, कृषि, डिसकॉम, परिवहन आदि में किये जा रहे महत्वपूर्ण कामों के बारे बात की। उन्होंने भारत सरकार की तरफ से 14 दिसंबर को दिए स्टेट परफॉरमेंस अवार्ड में पहला इनाम प्राप्त करने के लिए पेडा की सराहना की।
पेडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स. नवजोत पाल सिंह रंधावा ने बिजली की माँग और स्पलाई दरमियान फाड़े को पूर्ण के लिए राज्यये में ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा कुशलता की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने नव्याउणयोग ऊर्जा स्रोतों को अपनाने और ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा कुशलता के उपायओं को अपणाउंदे हुए समझदारी के साथ इस का प्रयोग करन पर ज़ोर दिया। भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के ऊर्जा कुशलता ब्यूरो की तरफ से कई नयी पहलकदमियें शुरू की गई हैं जैसे नैट ज़ीरो एनर्जी बिल्डिंग्ज को उतशाहत करन के लिएश्सुनाश्लेबलिंग प्रोगराम, टायरों के लिए स्टैंडर्ड और लेबलिंग प्रोगराम, हाई -एनर्जी लिथियम -आइन ट्रैकशन बैटरी पैक एंड सिस्टमस के लिए स्टैंडर्ड और लेबलिंग प्रोगराम और ऐसऐमईज़ के लिए क्लाउड -अधारित डाटा विशलेशण टूल जो पंजाब में भी लागू किया जायेगा।
पेडा के डायरैक्टर एम.पी. सिंह की तरफ से राज्य में ऊर्जा संरक्षण प्रोग्राम के अंतर्गत की पहलकदमियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपस्थितों को अलग-अलग क्षेत्रों में ऊर्जा के संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा की महत्ता संबंधी अवगत करवाया। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब ईसीबीसी को लागू करने वाला अग्रणी राज्य है, 80 से अधिक सामर्थ्य निर्माण प्रोग्राम करवाए गए हैं, ईसीबीसी और ग्रीन बिल्डिंगों को प्रोत्साहित करने में अग्रणी राज्य है, पंजाब कृषि और ग़ैर-खेती क्षेत्रों के लिए डिसकॉम की तरफ से चलाए जाने वाले डीएसएम प्रोग्रामों में चोटी का प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक है। उन्होंने प्रदर्शनी प्रोजेक्टों को लागू करके बचायी गई ऊर्जा के बारे भी रौशनी डाली जिसके अंतर्गत राज्य में ऊर्जा संरक्षण गतिविधियों के प्रभाव संबंधी रिपोर्ट अनुसार साल 2019-20 में 998000 मेगावाट प्रति घंटा ऊर्जा बचायी गई। राज्य में 2.16 लाख ऊर्जा कुशल बीईइ 4स्टार रेटेड खेती पम्पसैट्ट स्थापित किये गए हैं।
थापर यूनिवर्सिटी, पटियाला में करवाए गए राज्य स्तरीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2021 सम्बन्धी समागम के दौरान पीऐसपीसीएल और पेडा की ऊर्जा संरक्षण डिवीजनों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, डायरैक्टर, अधिकारी और इंजीनियर मौजूद थे।