चंडीगढ़, 11 दिसंबर। गत दिन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन पंजाब (एनएचएम) के मुलाजिमों द्वारा उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी के गृह नगर अमृतसर में की गई विशाल रैली के बाद शनिवार सुबह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मुलाजिमों की कोर कमेटी के प्रधान सदस्यों डॉ. इंद्रजीत सिंह राणा और गुरप्रीत भुल्लर की अगुवाई में कोर कमेटी के अन्य मेंबरों जसविंदर कौर, अरुण दत्त, मनिंदर सिंह व अन्य की मीटिंग उपमुख्यमंत्री से उनके निवास पर हुई। जिसमें उप मुख्यमंत्री के अतिरिक्त उनका अन्य स्टाफ भी इस मीटिंग में मौजूद रहा।
मीटिंग की अगुवाई कर रहे सदस्यों ने उपमुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्ताव रखा कि राष्ट्रीय सेहत मिशन पंजाब के मुलाजिमों की मांगों का हल संभव है एवं उसके लिए उन्होंने कुछ उपाय सुझाए। उन्होंने कहा की हाल ही में पंजाब सरकार द्वारा मुलाजिमों को रेगुलर करने के लिए जो बिल बनाया गया है उस बिल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मियों को शामिल करके उन्हें रेगुलर किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त यदि सरकार चाहे तो हरियाणा सरकार की तर्ज पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मियों को पक्के मुलाजिमों के बराबर तनख्वाह दी जा सकती है या सोसाइटी के अधीन नई पोस्ट क्रिएट करके इन मुलाजिमों को पक्का किया जा सकता है। कमेटी मेंबरों ने उप मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि इससे सरकार पर कोई बहुत ज्यादा वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा. कोर कमेटी मेंबरों को सुनने के बाद मानयोग उपमुख्यमंत्री/स्वास्थ्य मंत्री ने एसोसिएशन सदस्यों को विश्वास दिलाया कि वह स्वयं सभी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मुलाजिमों की अगुवाई करते हुए मुलाजिमों की मांगों के हल के लिए इस मुद्दे को 14 दिसंबर को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक में लेकर जाएंगे। उपमुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक से पहले 14 दिसंबर को दोपहर 3:00 बजे चंडीगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मियों की कोर कमेटी के सदस्यों साथ इस विषय पर विशेष बैठक निश्चित की है। मंत्री जी ने विश्वास दिलाया है कि वह आने वाले 3 दिनों में सारी कार्रवाई पूरी करके मुलाजिम मांगो का हल करेंगे एवं आग्रह किया है कि मुलाजिम और भी बेहतर तरीके से राज्य में अपनी स्वास्थ्य प्रदान करें।