चंडीगढ़, 8 दिसंबर। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन कई दिनों के प्रयास के बाद आज वार्ड नंबर 32 से बागी हुए रमेश कुमार निक्कू को मनाने में कामयाब हो गए। उन्होंने टंडन के साथ निर्वाचन अधिकारी कार्यालय जाकर अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके साथ ही भाजपा के अधिकारिक प्रत्याशी की राह आसान हो गई है।
निगम चुनाव के लिए वार्ड नंबर 32 से अन्यों के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रदेश सचिव रमेश कुमार निक्कू भी दोवदार थे। पार्टी कई राजनीतिक समीकरणों तथा धरातल की रिपोर्ट के आधार पर निक्कू की बजाए यहां से जसमनप्रीत सिंह को टिकट देकर मैदान में उतार दिया।
जिसके बाद रमेश कुमार निक्कू ने पार्टी के फैसले से नाराज होकर खुद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर दिया। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन लगातार निक्कू को मनाने में जुटे हुए थे।
लंबी बातचीत के बाद निक्कू फिर से पार्टी की मुख्य धारा में शामिल हो गए और आज उन्होंने टंडन के साथ एसडीएम कार्यालय जाकर अपना नामांकन वापस ले लिया। इस बीच संजय टंडन ने कहा कि भाजपा अपने कार्यकर्ताओं को एक परिवार की तरह रखती है। यहां वैचारिक मतभेद तो हो सकते हैं लेकिन मनभेद नहीं हो सकते। निककू पार्टी के वफादार व कर्मठ कार्यकर्ताओं में से एक हैं। पार्टी आने वाले दिनों में इन्हें उचित मान-सम्मान के साथ नई जिम्मेदारी देगी।
इस अवसर रमेश कुमार निक्कू ने कहा कि समय के साथ कुछ गलतफहमियां पैदा हो गई थी जब अब दूर हो चुकी हैं। वह भाजपा के वफादार सिपाही हैं और रहेंगे। निक्कू ने कहा कि वह तथा उनके समर्थक वार्ड नंबर 32 से पार्टी प्रत्याशी जसमनप्रीत सिंह को जिताने के लिए पूरी तैयारी के साथ प्रचार अभियान में जुटेंगे।