चण्डीगढ़, 6 दिसंबर। हरियाणा के कोने-कोने में बसे लोक कलाकारों को पहली बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मंच पर अपना हुनर दिखाने का अवसर मिलेगा। महोत्सव में मंच के साथ-साथ लोक कलाकारों को रोजगार भी उपलब्ध करवाया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से पहली बार कुरुक्षेत्र 48 कोस के 75 तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। इन कलाकारों को एक सूत्र में पिरोने की हरियाणा कला परिषद को जिम्मेवारी सौंपी गई है।
हरियाणा कला परिषद के निदेशक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी संजय भसीन ने कहा कि इन सभी तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देने के लिए प्रदेश के कोने-कोने के तमाम कलाकारों को मंच दिया जाएगा। प्रदेश में पहली बार एक साथ हरियाणवी, पंजाबी लोक कलाकारों को अपना हुनर दिखाने का अवसर दिया जा रहा है। इन कलाकारों को सरकार की तरफ से प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।