कपूरथला,10 नवंबर। पंजाब के तकनीकी शिक्षा, फूड प्रोसैसिंग और जल संभाल मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने कहा है कि पंजाब सरकार की तरफ से आई.के. गुजराल पंजाब टैकनीकल यूनिवर्सिटी में अति आधुनिक तकनीकी इंस्टीट्यूट की स्थापना के लिए 10 एकड़ ज़मीन दी जाएगी, जिससे उद्योग की ज़रूरत अनुसार कौशल मानवीय स्रोत पैदा किए जा सकें।
आज यहाँ आई.के गुजराल पंजाब टैकनीकल यूनिवर्सिटी में जालंधर, कपूरथला और फगवाड़ा के 100 से ज़्यादा उद्योगपतियों के साथ पंजाब टैकनीकल शिक्षा विभाग की तरफ से उद्योगपतियों के साथ विचार-विर्मश के लिए करवाए गए विशेष सैशन दौरान बोलते हुए उद्योगपतियों की माँग पर कैबिनेट मंत्री ने यह ऐलान किया ।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से आई.टी.आई, पोलीटेकनिक और अन्य तकनीकी संस्थानों में पढ़ते लाखों विद्यार्थियों को रोज़गार के अवसर देने और उद्योग को कौशल कामगार देने के उदेश्य से यह प्रयत्न शुरू किए गए है।
उन्होंने उद्योगपतियों के साथ खुले विचार-विर्मश दौरान अलग – अलग उद्योगों जैसे कि स्पोर्टस, लैदर, आटो मोबायल के प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि तकनीकी शिक्षा विभाग की तरफ से उनके सुझाव अनुसार आई.टी.आई के सिलेबस में भी बदलाव किये जाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की सभी 359 आई.टी.आईज़ में औद्योगिक मैनेजमेंट समितियों को कार्यशील किया जाएगा। उन्होंने उद्योगपतियों को कहा कि वह अपनी, ज़रूरतों के बारे में जानकारी दे, जिससे उन पर तुरंत कार्यवाही की जा सके। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि राज्य में 27 नई आई.टी.आईज़ जल्द शुरू की जा रही है।
इससे पहले तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव और पी.टी.यू के उप कुलपति रमेश कुमार गैंता ने “उद्योग कोलो आस ” विषय पर बात करते हुए कहा कि तकनीकी शिक्षा विभाग और उद्योगों को मिल कर साफ्ट स्किल विकसित करने की तरफ ज़ोर देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मानवीय स्रोतों के सभ्य प्रयोग के लिए आई.टी.आई के ट्रेनरों को औद्योगिक ईकाईयों में भी प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
जालंधर पश्चिमी से विधायक सुशील कुमार रिंकू ने जालंधर में लैदर इंस्टीट्यूट के नवीनीकरन का मुद्दा उठाया।
सैशन दौरान उद्योगपतियों की तरफ़ से बोलते हुए सावी इंटरनैशन के प्रतिनिधि श्री मुकल वर्मा ने तकनीकी शिक्षा विभाग की तरफ से उद्योगपतियों के साथ विचार -विर्मश को सार्थक कदम बताते हुए कहा कि इससे स्पोर्टस इंडस्ट्री में मौजूद संभावनायों को रोज़गार के अवसर में बदला जा सकेगा। उन्होंने डिज़ाइन में नए कोर्स शुरू करने और बुनियादी ढांचे के विकास की तरफ भी ध्यान देने की माँग रखी।
सी.आई.आई जालंधर के प्रधान उद्योगपति तुषार जैन ने कहा कि राज्य के तकनीकी संस्थानों का कोर्स अंतराष्ट्रीय मापदण्डों और उद्योगों की ज़रूरत पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जालंधर में ही 15 हज़ार से ज़्यादा मध्यम और छोटे उद्योग रजिस्टर हुए है,जोकि रोज़गार के अवसर की असली तस्वीर पेश करते है। उन्होंने युवाओं की तरफ से बड़ी स्तर और हो रहे प्रवास को चुनौती बताते हुए रोज़गार के अधिक से अधिक अवसर पैदा करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से कौशल विकास के लिए चुके जाने वाले हर कदम में उद्योगपति पूर्ण सहयोग दे।
इससे पहले तकनीकी शिक्षा विभाग की डायरैक्टर तनेगा कश्यप ने विभाग की तरफ से चलाई जा रही तकनीकी संस्थानो और उनकी कारगुज़ारी के इलावा भविष्य की योजना बंदी के बारे में पावर प्वाईंट के द्वारा जानकारी दी।
इस अवसर पर अनेकों उद्योगपतियों ने विचार विर्मश में भाग ले कर उद्योग को आने वाली मुश्किलों के बारे में बताया, जिस पर कैबिनेट मंत्री की तरफ से उद्योग को पंजाब सरकार की तरफ़ से हर संभव सहायता प्रदान करने की वचनबद्धता दोहराई गई।