चंडीगढ़, 9 नवंबर। आखिर चण्डीगढ़ प्रशासन ने कोआर्डिनेशन कमेटी आफ गोरमिंट एंड एमसी इम्पलाईज एंड वर्कज यूटी चण्डीगढ़़ के साथ किए वादे के अनुसार जैम पोर्टल की शर्तों में बदलाव करते हुए यह निश्चित कर दिया है कि कोई भी आउटसोसर्ड पर लगा हुआ वर्कर काम से निकाला नहीं जाएगा। प्रशासन ने साथ ही यह हिदायतें की हैं कि अगर कोई ठेकेदार रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर पैसे माॅगता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
यह यह जिकरयोग्य है कि कोआर्डिनेशन कमेटी आॅफ गोरमिंट एंड एम सी इम्पलाईज एंड वर्कज यूटी चण्डीगढ़ लम्बे समय से इस मुद्दे को लेकर प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतर कर संघर्ष कर रही थी इसी दौरान मुलाजिमों ने सितम्बर 2020 से लेकर कम से कम 35 बार रोष प्रदर्शन किए एवं 4 बार गर्वनर हाउस के सामने जाकर रोष जताया। इसी के साथ 2 बार गिरफ्तारयां भी दीं। 21 सितम्बर के रोष प्रदर्शन के बाद 28 सितम्बर को माननीय प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल ने कोआर्डिनेशन कमेटी आॅफ गोरमिंट एंड एम सी इम्पलाईज एंड वर्कज यूटी चण्डीगढ़ के प्रतिनिधि मंडल को बातचीत के लिए बुलाया एवं भरोसा दिया कि आउटसोसर्ड वर्करों का मसला प्रशासन के विचाराधीन है एवं इस पर जलद ही दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।
प्रशासन ने अपना वादा पूरा करते हुए जैम पोर्टल की टर्म एवं कंडीशंड में बदलाव कर दिया हैं।
कोआर्डिनेशन कमेटी आॅफ गोरमिंट एंड एमसी इम्पलाईज एंड वर्कज यूटी चण्डीगढ़ के प्रधान सतिन्द्र सिंह, जनरल सेक्रेटरी राकेश कुमार, पैट्रन शाम लाल धावरी एवं चेयरमैन अनिल कुमार ने प्रशासन का धन्यावाद करते हुए कहा कि आउटसोसर्ड मुलाजिमों को प्रशासन ने बहुत बड़ी राहत दी है। अब गरीब वर्करों का आर्थिक शोष्ण बंद हो जाएगा एवं नौकरी की गारंटी भी बनी रहेगी। हम प्रशासन का दिल से धन्यावाद करते हैं।