चंडीगढ़, 1 नवंबर। चंडीगढ़ रिटायर्ड एम्प्लॉयज मंच की एडहॉक कमेटी की मीटिंग मंच के कन्वीनर रामफल की अध्यक्षता में सोमवार को हुई। मीटिंग में रिटायर्ड मुलाजिमों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रशासन से मांग की गई कि रिटायर्ड एंप्लॉयीज को दिवाली से पहले बड़े हुए डीए का भुगतान किया जाए। मीटिंग में कार्पोरेशन से रिटायर्ड मुलाजिमों को पेंशन तथा लीव इनकैशमेंट न देने की भी सख्त शब्दों में निंदा की गई।
रिटायर्ड मुलाजिमों को पेंशन लाभ देने की मांग करते हुए कहा कि रिटायर्ड मुलाजिमों को अब घर चलाना मुश्किल हो गया है, उनसे सरकारी मकान भी खाली करवा लिए है वोह सड़को पर रूल रहे हैं, उनके पेंसनरी लाभ बिना देरी किए रिलीज किए जाएं।
जहा जे बताना जरूरी हैं कि कार्पोरेशन से 300 के करीब मुलाजिम 2020-2021 में रिटायर्ड हो चुके हैं किन्तु उनको अभी तक पैंशनरी लाभ नही मिले। जानकारी अनुसार अभी तक 75 के करीब मुलाजिमों के पेंशन केस एजी ऑफिस भेजे गए हैं मगर प्रशासन तथा नगर निगम के अधिकारी आंखे तथा कान बंद किए हुए हैं। प्रशासन के फैसले लेने की लेटलतीफी के कारण सैकड़ों रिटायर्ड मुलाजिम सड़कों पर जूते घिसा रहे है।
मीटिंग को संबोधन करते हुए कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलाइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के महासचिव राकेश कुमार ने चंडीगढ़ प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि पेंशन केस एजी ऑफिस भेजने की प्रक्रिया को तेज किया जाए ता जो मुलाजिमों को जल्द से जल्द पेंशन लाभ मिल सके।
अगर प्रशासन तथा नगर निगम ने जल्द पेंशन लाभ जारी न किए तो मंच के पास आंदोलन के सिवा होर कोई विकल्प नहीं बचेगा। मीटिंग में जे फैसला भी किया गया के मंच का डेलीगेशन जल्द ही इस मसले पर प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल को मिलेगा।
आज की मीटिंग में प्रमुख तौर पर कॉर्डिनेशन कमेटी के महासचिव राकेश कुमार, मंच के कन्वीनर रामफल, एडहॉक कमेटी के मेंबर जयपाल, कामराज, राने शाह, ईआर वीपी मुंडे, प्रीतम सिंह तथा जगदीश सिंह शामिल थे।