जालंधर, 31 अक्टूबर। यहाँ कटोच स्टेडियम में उस समय पर शानदार खेल भावना देखने को मिली जब सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल के दौरान मुख्यमंत्री, पंजाब चरणजीत सिंह चन्नी ने स्वयं गोलकीपर की भूमिका निभाई।
फाइनल मैच के दौरान मुख्यमंत्री, जो स्वयं विश्वविद्यालय स्तर पर हैंडबॉल खेल चुके हैं, को मंच संचालक द्वारा हॉकी में भी हाथ आज़माने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने भी उनके आग्रह को स्वीकार करने में देर ना की और गोल रोकने के लिए गोलकीपर की वर्दी पहन कर मैदान में जा डटे। उनके कैबिनेट साथी और पूर्व ओलंपियन परगट सिंह ने भी अपने नेता के साथ खेल कला दिखाने के लिए स्टिक हाथ में पकड़ ली।
जब मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट साथी मैदान में उतरे और हॉकी के मैदान में शानदार खेल भावना का बेहतरीन प्रदर्शन किया तो पूरे स्टेडियम ने तालियां बजाते हुए उनकी हौसला अफज़ायी की। गोलकीपर के तौर पर मुख्यमंत्री चन्नी ने परगट सिंह द्वारा किए गए कुल पाँच हिट में से तीन हिट का शानदार बचाव किया। उन्होंने हाल ही में समाप्त हुई टोक्यो ओलम्पिक में पदक जीतने वाले ओलम्पियनों द्वारा किए गए हिट को रोक कर भी गोल होने से बचाया। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि यह उनके जीवन का एक ख़ास दिन है, क्योंकि उनके खेल जीवन की यादें ताज़ा हो गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल ही एक ऐसा जरिया है जिसके द्वारा युवाओं की असीम ऊर्जा को सकारात्मक रूप से लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि यह सुनिश्चित बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी कि पंजाब के खिलाड़ी खेल के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में अपने कौशल का लोहा मनवाएं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने खेल के मैदान में बच्चों के साथ भी ख़ास पल बिताए और कहा कि इनके खिले हुए चेहरे मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।