चंडीगढ़, 28 अक्तूबर। पंजाब के निवासी बुज़ुर्ग अब अपनी किसी भी समस्या के लिए 14567 नंबर पर कॉल कर सकते हैं। इस हेल्पलाइन का उद्घाटन आज सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास मंत्री रज़िया सुल्ताना ने किया।
उन्होंने बताया कि इस हेल्पलाइन में हिदायतों के अनुसार एक कॉल सैंटर बनाया गया है, जहाँ कनेक्ट आफिसर बुज़ुर्गों से फ़ोन पर बात करते हैं और उनकी शिकायतों और मुश्किलों को सुनते हैं। पंजाब के 23 जिलों में फील्ड ऑफिसर तैनात हैं जो ज़मीनी स्तर पर बुज़ुर्गों के पास जाकर उनकी समस्याओं का निपटारा करते हैं। भारत सरकार, हेल्पएज़ और ग़ैर-सरकारी संगठनों के साथ मिल कर इस हेल्पलाइन को चलाया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि यह हेल्पलाईन पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों जैसे कि पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, पंजाब कानूनी सेवा अथॉरिटी, मेनटेनेंस एक्ट के अधीन बने ट्रिब्यूनल, डिप्टी कमिश्नर, सीनियर नागरिकों के समूह, ग़ैर-सरकारी संस्थाओं, वृद्ध आश्रम आदि के साथ मिलकर काम करेगी जिससे ज़रूरत के समय पर बुज़ुर्गों के लिए इन संस्थाओं से मदद के लिए जा सके।
मंत्री ने बताया कि बुज़ुर्गों के कल्याण को मद्देनज़र रखते हुये सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा बुज़ुर्गों के लिए एक वृद्ध आश्रम होशियारपुर में चलाया जा रहा है। ज़िला बरनाला और मानसा में वृद्ध आश्रमों के निर्माण का काम चल रहा है। इसके अलावा राज्य के बाकी जिलों में वृद्ध आश्रम चलाने के लिए ग़ैर-सरकारी संस्थाओं को ग्रांट इन ऐड दी जायेगी।
रज़िया सुल्ताना ने कहा कि पंजाब सरकार हमेशा राज्य के बुज़ुर्ग व्यक्तियों, विधवाओं, दिव्यांजनों के कल्याण के लिए संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2021 से बुढ़ापा पैंशन और अन्य वित्तीय सहायता स्कीमों के अधीन पैंशन की राशि 750 रुपए प्रति महीना से बढ़ा कर 1500 रुपए प्रति महीना की है।
उन्होंने बताया कि इस समय बुढ़ापा पैंशन और अन्य वित्तीय सहायता स्कीमों के अधीन 26 लाख 92 हज़ार से ज़्यादा लाभार्थियों को पैंशन दी जा रही है। इनमें से 18.15 लाख बुढ़ापा पैंशन के लाभार्थी हैं। सितम्बर 2021 तक की पैंशन लाभार्थियों को भेजी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि वित्तीय साल 2021-22 के लिए 4000 करोड़ रुपए का बजट उपबंध किया गया है। सरकार लाभार्थियों को पैंशन की अदायगी हर महीने समय पर भेजने के लिए प्रयत्नशील है।
इस मौके पर दूसरों के अलावा सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव राज़ी पी. श्रीवास्तव, डायरैक्टर बी. श्रीनिवासन, एडिशनल डायरेक्टर लिली चौधरी, ज्वाइंट डायरेक्टर चरणजीत सिंह मान और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।