चंडीगढ़, 17 अक्तूबर। कोविड-19 के दौर में लगाए गए लॉकडाउन के पीरियड में विष स्तर पर हवा के प्रदूषण के स्तर में अभूतपूर्व कमी दर्ज की गई है। इस से हमे सीख लेनी चाहिए कि बढ़ते प्रदूषण के लिए हम सभी ज़िम्मेवार थे। प्रदूषण के इस निम्त स्तर को बनाये रखने के लिए हम सभी को सजग रहने और प्रकृति की अनमोल देन को बचाने लिए प्रयास जारी रखने की सख्त ज़रूरत है। अगर हमने इसकी संभाल नहीं की तो प्रदूषण स्तर फिर से पहले के स्तर पर पहुंचने में देर नहीं लगाएगा और हमे प्रदूषित वातावरण में रहने को मज़बूर होना पड़ेगा। इसे एक सीख के रूप में लेते हुए और सिटी ब्यूटीफुल शहर निवासियों को एक जागरूकता संदेश देने के लिए आज यहां सुखना झील पर एक ‘गो-ग्रीन साईकल ड्राइव’ का आयोजन किया गया। इस साईकल ड्राइव में टचस्टोन एजुकेशनल इंस्टीट्यूट चंडीगढ़ के समूह स्टाफ ने हिस्सा लिया और लोगो को साईकल चलाने को लेकर प्रेरित किया।
इस मौके पर इंस्टीच्यूट के प्रबंध निदेशक आशुतोष आनंद और उपाध्यक्ष विशाल कक्कड़ ने साईकल ड्राइव को रवाना करते हुए कहा कि इस साईकल ड्राइव का मुख्य मकसद लोगो को प्रदूषण पैदा करने वाले साधनों का उपयोग न करके साईकल चलाने के लिए जागरूकता पैदा करना है। इस मौके पर इंस्टीच्यूट के समूह स्टाफ ने ‘गो-ग्रीन का संदेश देते लिखे स्लोगनस वाली टी-शर्ट्स पहन कर स्थानीय सुखना लेकर से साइकिल ड्राइव शुरू की और उसके बाद चार किलोमीटर की ड्राइव के बाद वापिस सुखना झील पर आकर समाप्त हुई। साइकिल रैली का रस्ते में वातावरण प्रेमियों ने विभिन्न विभिन्न स्थानों पर जोरदार स्वागत किया। साइकिल रैली की समाप्ति के बाद समूह स्टाफ ने सुखना झील पर जाकर वहां उपस्थित लोगों को साइकिल के उपयोग के स्वास्थ्य के साथ साथ वातावरण के प्रति होने वाले लाभ के बारे में जागरूक किया।
इस साईकल ड्राइव की आयोजक टचस्टोन एडुकेशनल्स के उपाध्यक्ष विशाल कक्कड़ कहा कि न केवल शहर को प्रदूषण से मुक्त बनाने के लिए, बल्कि एक स्वस्थ जीवन शैली का नेतृत्व करने के लिए साइकिल का उपयोग करने की संस्कृति को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता की जरूरत है।