चंडीगढ़, 16 अक्तूबर। हरियाणा सरकार द्वारा वर्ष-2018 में राज्य के सरकारी विद्यालयों के प्रतिभावान छात्रों को देश के प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश दिलाने के लिए शुरू किये गए ‘‘विशेष कार्यक्रम सुपर-100’’ की बदौलत इस वर्ष भी हरियाणा से 26 विद्यार्थियों ने जेईई एडवांस परीक्षा में सफल होकर आईआईटी की सीटों पर कब्जा किया है।
शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सत्र 2019-21 में नॉन मेडिकल स्ट्रीम में रेवाड़ी तथा पंचकूला केन्द्रो में 119 विद्यार्थियों के द्वारा प्रशिक्षण पूरा किया गया है। जेईई (मेन) परीक्षा के दौरान 54 विद्यार्थियों ने एडवांस टेस्ट के लिए क्वालीफाई किया, जिसमें से आज आईआईटी खड़गपुर के द्वारा जेईई एडवांस का परिणाम जारी किया गया है, जिसमें प्रदेश के 26 विद्यार्थियों ने अपनी सीट को पक्का कर लिया है। इस कार्यक्रम में एससी श्रेणी के 10 बच्चो ने आईआईटी में अपना स्थान पक्का कर लिया है तथा अम्बाला से सुशील कुमार की एससी श्रेणी में ऑल इंडिया रैंक 192 है। यदि ओबीसी की बात की जाए तो 8 विद्यार्थियों ने सफलता प्राप्त की है। वहीं सामान्य श्रेणी के भी 8 विद्यार्थियों ने यह मुकाम हासिल किया है।
प्रवक्ता ने बताया कि कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए गत वर्ष मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा सुपर-100 कार्यक्रम के केंद्रों की संख्या को चार कर दिया था, जिसमें प्रदेश के अधिक से अधिक बच्चों को लाभ मिल सके। इसके अलावा, शिक्षा विभाग द्वारा सुपर-100 कार्यक्रम के सशक्तिकरण के लिए कक्षा 9वीं से ही प्रतिभावान बच्चों को इस कार्यक्रम में शामिल करने के उद्देश्य से बुनियाद कार्यक्रम आरम्भ किया गया है, जिसमे बच्चों को न केवल एनटीएसई, केवीपीवाई तथा अन्य स्कॉलरशिप के लिए तैयारी करवाई जाएगी अपितु सुपर-100 के अन्तर्गत जेईई तथा नीट की परीक्षा की तैयारी में एक मजबूत नींव का काम करेगा। इसके लिए जिला स्तर पर 22 केन्द्र बनाये गए हैं। इन विद्यार्थियो के आईआईटी में दाखिले के लिए मेन्टर की व्यवस्था भी विभाग द्वारा की गई है, जिससे इन्हें नये तथा दूरदराज के इन प्रतिष्ठित संस्थानों में दाखिले से लेकर काउंसलिंग फीस तथा संस्थान में पहुंचने पर मेन्टर हर संभव मदद प्रदान करेगें।
उन्होंने बताया कि हरियाणा स्कूल शिक्षा के इतिहास में लगातार यह दूसरी उपलब्धि है जिसके लिए पूरा विद्यालय शिक्षा विभाग बधाई का पात्र है। तीन वर्ष की इस यात्रा में विभाग तथा कोचिंग संस्थानो द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई । लाभ से वंचित वर्ग के ये विद्यार्थी जिस तरीके से इस मुकाम तक पहुँचे हैं, यह सचमुच किसी चमत्कार से कम नहीं है। सुपर 100 के इस प्रयोग ने लगातार दूसरी बार यह साबित कर दिया कि सभी विद्यार्थी एक जैसा प्रदर्शन कर सकते हैं , आवश्यकता है तो बस एक समान अवसर दिये जाने की।
प्रवक्ता ने बताया कि वर्ष 2018 में सरकारी विद्यालयों के प्रतिभावान विद्यार्थियो को जेईई तथा नीट की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए सुपर 100 कार्यक्रम आरम्भ किया गया था जिसमें सरकारी विद्यालयों से 80 प्रतिशत से अधिक अंक लेकर 10वीं पास करने वाले विद्यार्थियों का एक टेस्ट लेकर तथा एक विशेष स्क्रीनिगं प्रक्रिया के माध्यम से जेईई तथा नीट परीक्षा की तैयारी करवाने हेतु रेवाड़ी तथा पंचकूला में विशेष कोचिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई गई। इसमें विद्यार्थियो के ठहरने, खाने-पीने, स्टेशनरी, ट्रांसपोर्ट, मोक टेस्ट आदि का खर्च सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। कोचिंग की व्यवस्था रेवाड़ी में विकल्प फाऊंडेशन तथा पंचकूला में एसीई ट्यूटोरियल और एलन द्वारा दी जा रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि विभाग द्वारा हाल में सुपर 100 की सफलता को देखते हुए एनडीए की प्रतियोगिता तथा एसएसबी की तैयारी के लिए भी समुचित व्यवस्था की है जो अब सरकारी स्कूलों के लड़के तथा लड़कियों दोनो के लिए उपलब्ध होगी।