कपूरथला, 10 अक्टूबर। जम्मू-कश्मीर में हिंदू और सिख समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर उनकी बेरहमी से हत्या की जा रही है। इसके विरोध में पुरे देश में गुस्सा पाया जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय हिन्दू महासभा ने श्रीनगर में हिन्दू और सिख शिक्षकों की गोलियां मारकर हत्या किए जाने की जोरदार शब्दों में निंदा की है।
रविवार को मंदिर चिंतपूर्णी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू महासभा की जिला अध्यक्ष मां वीना शर्मा ने कहा कि सरहद पार और कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठन इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देकर वहां के अल्पसंख्यक वर्ग का मनोबल गिराना चाहते हैं, उनके प्रयास सफल नहीं होंगे। श्रीनगर की घटना भी इसी प्रक्रिया में सोची समझी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि भारत के कई राज्यों में अल्पसंख्यक मुस्लिम वर्ग सुरक्षित है और उनके धार्मिक स्थान भी सुरक्षित हैं लेकिन दुख इस बात का है के जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य में जहां हिंदू और सिख अल्पसंख्यक हैं उनकी सुरक्षा क्यों नहीं हो रही। देश के लोग सरहद पार की कोई भी साजिश भारत की जनता सफल नहीं होने देगी। मां वीना शर्मा ने कहा कि आतंकवादी एक साजिश के तहत हिंदुओं को निशाना बना कर उनकी हत्या कर रहे हैं। 1990 से लेकर अभी तक अनेक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की आंतकवादी हत्या कर चुके हैं। जिस पर रोक लगनी चाहिए और आतंकवादी विचारधारा के लोगों के साथ भी सरकार को सख्ती के साथ निपटना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में माहौल खराब करने के लिए साजिशें रचता है। कभी सीमा पर गोलीबारी करके और कभी आतंकवादियों की घुसपैठ करवा कर। सरकार को पाकिस्तान को भी कड़ा जवाब देना चाहिए और आतंकवाद को सख्ती से कुचल कर हिंदूओं की सुरक्षा के उचित प्रबंध करने चाहिए। उन्होने कहा कि आतंकवादी अल्पसंख्यकों को निशाना बना कर दहशत फैला रहे हैं।
मां वीना शर्मा ने कहा कि घाटी में साल 1990 जैसी स्थिति रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। कश्मीर में अल्पसंख्यकों में भय का माहौल है। सरकारी कर्मी नौकरी करने वाले अल्पसंख्यक कर्मी डरे हुए हैं। उन्होंने आतंकी हमले में जान गवां चुके लोगों के परिवारों को उचित मुआवजा देने तथा लोगों की सुरक्षा के उचित प्रबंध करने की मांग की। वीना शर्मा ने कहा कि सरकार लगातार हिंदुओं पर हो रहे हमले को रोकने का काम करें, जिसमें लगातार बेकसूर लोगों की जान जा रही हैं। उन्होंने कहा कि धर्म पूछकर लोगों को गोली मारने वाले लोगों का अपना कोई धर्म नहीं है। वह केवल आतंकी हैं। ऐसे लोगों को मुठभेड़ कर मार गिराना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले 23 दिनों में सात लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं।