चंडीगढ़, 7 अक्टूबर। भारतीय वायुसेना के 89वें स्थापना दिवस पर पूर्व वायुसैनिक एवं नेशनल एक्ससर्विसमैन कोआर्डिनेशन कमेटी चंडीगढ़ के अध्यक्ष राकेश शर्मा ने सभी वायुसैनिकों एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज भारतीय वायु सेना उच्चतम तकनीक एवं विशेष लड़ाकू विमानों के दम पर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना एवं वायु शक्ति है।
राकेश शर्मा ने बताया कि भारतीय वायु सेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को रॉयल वायुसेना के नाम से हुई और 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणराज्य बना और रॉयल वायु सेना औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना के रूप में नामित हुई। भारतीय वायु सेना की जिम्मेदारी भारतीय हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करने की है जिसे वायुसेना पूरी तत्परता से निभाती है। चाहे उरी के बाद सर्जिकल स्ट्राइक हो या पुलवामा के बाद पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करना हो भारतीय वायुसेना ने हर मोर्चे पर दुश्मनों के दांत खट्टे किए और सबक सिखा कर पूरे दुनिया में अपने नाम का परचम लहराया। अब भारतीय वायुसेना के बेड़े में अत्याधुनिक राफेल फाइटर विमान, चिनूक हेलीकॉप्टर, तेजस लड़ाकू विमान एवं अत्याधुनिक रडार से लैस वायु सेना भारतीय सीमाओं की रक्षा करने में सक्षम एवं संपन्न है।
राकेश शर्मा ने बताया कि उन्होंने 20 वर्ष 1989 से 2009 तक भारतीय वायुसेना की नीली वर्दी पहनने का सौभाग्य मिला और आज उन पलों को याद कर वह अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं।