चण्डीगढ़, 7 अक्तूबर। यूटी पावरमैन यूनियन के आह्वान पर चण्डीगढ़ के बिजली कर्मियों ने वीरवार को बिजली दफ्तर सेक्टर 17 के सामने विशाल धरना दिया। धरने का आह्वान कर्मचारियों की मांगों को लागू करवाने तथा लम्बे समय से पैन्डिंग मांगों के प्रति इन्जीनियरिंग विभाग के अधिकारियों के नकारात्मक व अड़ियल रवैये के विरोध में किया गया। धरने की अध्यक्षता यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह ने की।
धरने को सम्बोधित करते हुए यूनियन के महासचिव गोपाल दत्त जोशी ने कहा कि इस धरने का आह्वान विभाग में खाली पड़ी प्रमोशन की पोस्टों को शीघ्र भरने, संशोधित पोस्टों पर विभागीय पेपर लेने समेत सारी प्रक्रिया पूरी कर रखे आउटसोर्स कर्मियों को विभाग के अधीन कर शीघ्र पक्का करने तथा पक्के होने तक उन पर बराबर काम- बराबर वेतन लागू करने, विभाग में ट्रांसफारमर, केबल व एचटी तथा एलटी मीटरों समेत सभी जरूरी सामान का प्रबन्ध करने, वेतन विसंगति व रिटायरी समेत सभी को समयबद्ध प्रमोशनल स्केल शीघ्र देने आउटसोर्स पर रखे कर्मियों का टैन्डर शीघ्र लगाने तथा तब तक उन्हें एक्टैन्शन देने व 7 तारीख से पहले वेतन का भुगतान करने, 5 प्रतिशत सीलिंग खत्म कर मृतक कर्मियों के आश्रितों को पीएसपीसीएल के आधार पर नौकरी देने, बिजली कर्मियों को कोरोना वारियर घोषित कर मृतक कर्मियों के अश्रितों को 50 लाख मुआवजा देने, असंशोधित वेतन ले रहे कर्मियों को 189 प्रतिशत मंहगाई भत्ता शीघ्र देने तथा कर्मचारियों को घटिया व जानलेवा औजार व सुरक्षा उपकरण देने की उच्चस्तरीय जांच करने आदि शामिल है।
धरने को सम्बोधित करते हुए यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमरीक सिंह, दर्शन सिंह, गुरमीत सिंह, कश्मीर सिह, रणजीत सिंह, पान सिंह, मक्खन सिंह, स्वर्ण सिंह, परमजीत सिंह, दलेर सिंह आदि ने इन्जीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की कड़ी निन्दा करते हुए आरोप लगाया कि सन् 2020 में निजीकरण की प्रक्रिया शुरू करने के तुरन्त बाद इन्जीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने विभाग में कर्मचारियों की सीधी भर्ती का काम बन्द कर दिया तथा सामान की खरीददारी भी बन्द कर दी तथा दिसम्बर 2020 के बाद संशोधित पोस्टें भी नहीं भरी जा रही हैं जिसके लिए 2 साल से खाली सीधी भर्ती की पोस्टों को न भरने का बहाना बनाकर प्रमोशन कोटे की पोस्टें भी खत्म होने की बेहूदी दलील दी जा रही है तथ नियमों के अनुसार बनती प्रमोशन की पोस्टें भी न भरकर सरेआम धक्का किया जा रहा है तथा पिछले 9 महिने से एक भी प्रमोशन की पोस्ट नहीं भरी गई। इस सम्बन्ध में यूनियन द्वारा वित्त तथा इन्जीनियरिंग सचिव, कार्मिक विभाग, चीफ इन्जीनियर को एस ई को कई ज्ञापन दिये गये। इस बात का संज्ञान लेकर वित्त विभाग ने 23.08.2020 को 2 साल से कम समय की प्रमोशन की पोस्टें भरने की हिदायत के बावजूद अध्किारी तमाशबीन बने है। उन्होंने प्रशासक के सलाहकार से अपील की कि नियमों के मुताबिक बनती प्रमोशनों को रोकने वाले अधिकारियों की जिम्मेवारी फिक्स कर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये।
वक्ताओं ने आउटसोर्स कर्मचारियों का टैन्डर समय पर न लगाने तथा हर महिने वेतन समय पर न देने तथा ठेका बदलने पर उनसे हजारों रूपये वसूलने तथा अधिकारियों द्वारा आखें बन्द करने की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। कर्मचारियों की वेतनविसंगति दूर न करने, मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को 4-4 साल बाद भी पैन्शन व ग्रेच्युटी न देना अधिकारियों की तानाशाही दर्शाता है। औजार व सुरक्षा उपकरणों के नाम पर कर्मचारियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।
धरने को फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज चण्डीगढ़ के प्रधान रघबीर चन्द, वरिष्ठ प्रधान राजेन्द्र कटोच, हरकेश चन्द, हरपाल सिंह, बिहारी लाल, प्रेमपाल तथा यूटी व एम सी फैड़रेशन एसोसिऐशन के प्रधान राम सरूप, चेयरमैन मनमोहन सिंह, उजागर सिंह मोही ने भी सम्बोधित करते हुए प्रशासन को शीघ्र मांगें मानने की नसीहत दी।
यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह ने अपने समापन सम्बोधन में भारी संख्या में धरने में शामिल होने के लिए कर्मचारियों का आधार व्यक्त करते हुए सभी कर्मचारियों को 12 अक्तूबर 2021 को सभी शिफ्टों में मुकम्मल हड़ताल करने की अपील की तथा प्रशासन की कड़ी निन्दा करते हुए चेतावनी दी कि हड़ताल के कारण आम जनता को होने वाली परेशानी के लिए अधिकारियों का मांगों के प्रति अडियल रवैया जिम्मेवार होगा, क्योंकि प्रशासन हर स्तर पर लंम्बित मांगे लागू करने में पूर्णत: विफल रहा है।