गुरदासपुर, 4 अक्टूबर। राज्य के स्वास्थ्य विभाग में एनआरएचएम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत कर्मचारियों का एक संगठन कर्मचारी संघ पंजाब ने राज्य स्तरीय बैठक की। बैठक में प्रदेश कमेटी के सदस्यों ने कर्मचारियों के अधिकारों व मांगों पर विस्तार से चर्चा की।
जानकारी देते हुए इंद्रजीत सिंह राणा ने कहा कि यह कर्मचारी पिछले 12-13 वर्षों से राज्य में कोरोना महामारी के दौरान अपने जीवन की परवाह किए बिना अपने वैध अधिकारों की प्राप्ति के लिए दिन-रात संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी मांगों को स्वीकार करने के बाद भी उन्हें लटका रही है। डा. राणा ने कहा कि हालांकि सरकार के स्तर पर मंत्री बदले गए हैं लेकिन राज्य में सरकार कांग्रेस पार्टी की है और विभागों को चलाने वाली नौकरशाही भी वही है। ऐसे बदलावों की आड़ में सरकार कर्मचारियों को उनके दूसरे अधिकारों के लिए लड़ने से नहीं रोक सकती। संघ और राज्य के सभी कर्मचारियों के हवाले से मीडिया के माध्यम से डा. राणा ने कहा कि अगर सरकार ने कर्मचारियों को पक्का करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया तो अगले सप्ताह से सभी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हम राज्य की जनता से पूरी तरह वाकिफ हैं, इसलिए जरूरत पड़ने पर वे आम जनता को भी अपने संघर्ष में शामिल करेंगे, क्योंकि ये कर्मचारी इस राज्य के लोगों से हैं, कोई बाहर से नहीं आया। राज्य समिति के सदस्यों ने घोषणा की कि यह संघर्ष उनके अधिकारों की प्राप्ति तक जारी रहेगा और जीवन और संपत्ति के नुकसान के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार होगी। बैठक के दौरान उपाध्यक्ष एस. अमरजीत सिंह, जसविंदर कौर, महासचिव मनिंदर सिंह, डा. प्रियंका भंडारी, हरपाल सोढ़ी और अन्य उपस्थित थे।