शानदार प्राचीन इमारतों के साथ इतिहास और संस्कृति के लिए मशहूर कपूरथला

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कपूरथला, 3 अक्टूबर। विदेश घूमने की उत्सुकता हर व्यक्ति के मन में होती है, साथ समुंदर पार दूसरे देश की संस्कृति और सभ्यता देखने में कोई बुराई नहीं है लेकिन इससे पहले अपने देश की उन विदेश जैसी दिखने वाली जगहों को तो देख लें जहां जाने का सपना बचपन से देख रहे हैं। यकीन मानिए इतना पैसा खर्च करके विदेश जाना का आइडिया दिमाग से निकल जाएगा। पंजाब के कपूरथला की तुलना अक्सर पेरिस से की जाती है, क्योंकि यहां पर उत्कृष्ट वास्तुशिल्प के अनेक उदाहरण मौजूद हैं।
पंजाब के पेरिस के रूप में प्रसिद्ध इस शहर की वास्तुकला में इंडो-फ्रांसीसी शैली की झलक मिलती है। ये शहर अपनी शानदार प्राचीन इमारतों के साथ इतिहास और संस्कृति के लिए मशहूर है। पंजाब की मिट्टी अपनी हरियाली, वीरता और मानव सेवा के लिए जानी जाती है। आज भी यहाँ लोग जमकर खेती करते हैं और यह राज्य सबसे ज्यादा गेहूं उत्पादन करता है। पाँच नदियों वाले पंजाब की तीन नदियाँ ही अब भारत के हिस्से में है लेकिन खूबसूरती अब भी भरपूर है। पंजाब की कुछ ज्यादा लोकप्रिय जगहों की यात्रा करते अगर आप कुछ नई जगहों को ट्राई करना चाहते हैं तो कपूरथला को चुन सकते हैं।
कपूरथला पंजाब के आकर्षण स्थानों में से एक है।यहां गुरुद्वारे, म्यूजियम, मस्जिद, पंज मंदिर जगजीत क्लब आदि लोगों के प्रिय स्थान हैं। यहां की खूबसूरती कई मायनों में बेहतर है। यहां स्थित बेहतरीन शालीमार गार्डन में पूरा दिन कब बीत जाता है पता ही नहीं चलता। आकर्षण से परिपूर्ण मंदिर, मस्जिद और गार्डन यहां के लोकप्रिय स्थान है।पंजाब के कपूरथला की तुलना फ्रांस की राजधानी पेरिस से की जाती है।पेरिस अपनी खूबसूरती की लोकप्रियता से विश्व प्रसिद्ध है।ठीक उसी प्रकार कपूरथला भी दिन प्रतिदिन अपनी लोकप्रियता काबिज करता जा रहा है।यहां वास्तु शिल्प के अनेक उदाहरण मौजूद हैं जिसके आकर्षण से कपूरथला जगमगाता रहता है। यहां की खूबसूरती में इंडो-सारसेन और फ्रांसीसी शैली की भी झलक दिखती है।
यह स्थान प्राचीन इमारतों और ऐतिहासिक दृष्टिकोणों से बेहद खास है। प्राचीन समय में यहाँ महान अहलूवालिया राजवंश का शासन था। माना जाता है कि 11वी शताब्दी में इस शहर की स्थापना जैसलमेर के भाटी राजपूत कबीले द्वारा की गई थी। कहा जाता है कि पंजाब में अगर कहीं पेरिस की झलक मिलती है तो वो कपूरथला ही है। हम लोगों ने फिल्मों और अन्य माध्यमों से जान रखा है कि पंजाब के लोगों में कनाडा को लेकर अजीब आकर्षण होता है। ज्यादातर पंजाबी वहाँ जाना चाहते हैं लेकिन आइए मैं आपको पंजाब के पेरिस की सैर कराता हूँ। दरअसल कपूरथला में ब्रिटिश राज के दौरान रजवाड़े हुआ करते थे जोकि बाद में अन्य जगहों की तरह ही आजादी के बाद भारत में मिले। संस्थापक नवाब कपूर सिंह के नाम पर बना कपूरथला को पेरिस कहने के पीछे के कारण को आप ज़रूर जानना चाहेंगे। आज जब देशभर में अभियान चलाकर स्वच्छता के लिए लोगों को प्रेरित किया जाता है, कपूरथला अपनी स्वच्छता को लेकर ही पंजाब के पेरिस के रूप में जाना जाता है। इसका सुनहरा इतिहास, खूबसूरत इमारतें और सड़कें देखने लोग दूर-दूर से आते हैं।शहर में घूमते हुए वास्तुकला से इंडो-सारसेन और फ्रांसीसी शैली की झलक आपको अभिभूत करती है। आइए जानते हैं कि कपूरथला जाकर आप क्या सब देख सकते हैं:

एलिसी महल

कपूरथला में वास्तुकला के लिए मशहूर उत्कृष्ट इमारतों की कोई कमी नहीं है। इन्हीं में से एक है एलिसी पैलेस। सन् 1962 में कंवर विक्रम सिंह द्वारा निर्मित इस महल की इंडो-फ्रेंच वास्तुकला अपने समय की वास्तुकला और समृद्धि का बखान करती है। इस महल को अब एक मोंटगोमरी गुरु नानक स्कूल में बदल दिया गया है।

जगतजीत महल

कपूरथला के पूर्व महाराजा जगतजीत सिंह इस महल में रहा करते थे। जगतजीत पैलेस का अस्तित्व वर्ष 1908 से है। जगतजीत पैलेस में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के लिए युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए एक सैनिक स्कूल भी है। ये कपूरथला के सबसे शानदार स्थलों में से एक माना जाता है।

कांजली वेटलैंड

1870 में ब्यास नदी के पार आसपास के इलाकों में सिंचाई के लिए 56 वर्ग मीटर भूमि के क्षेत्र में कांजली वेटलैंड निर्मित किया गया है। मानव निर्मित वेटलैंड एक शानदार पिकनिक स्पॉट है जहां पर हर तरफ प्राकृतिक सौंदर्य की छटाएं बिखरी हुई हैं। पर्यटकों के बीच यह जगह फोटोग्राफी के लिए बहुत मशहूर है।

शालीमार गार्डन

विशिष्ट वास्तुशिल्प प्रदर्शनों के लिए प्रसिद्ध शालीमार गार्डन हमेशा पर्यटकों से भरा रहता है। शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर इस जगह पर आकर आप मन बहुत शांति और सुकून का अहसास होता है। फूलों से सजे इस बगीचे में पर्यटक घंटो आराम से बैठकर समय बिता सकते हैं।

मूरिश मस्जिद

कपूरथला की ऐतिहासिक संरचनाओं में आप यहां का प्रसिद्ध मूरिश मस्जिद देख सकते हैं। इस प्राचीन संरचना को बनाने की शुरुआत महाराजा जगतजीत सिंह बहादुर ने की थी जो 1930 में बनाकर तैयार की गई। यह मस्जिद उस समय का मुख्य धार्मिक स्थल माना जाता है, जहां जो एक धार्मिक सौहार्द को भी इंगित करता है। मस्जिद के अंदर आप शानदार चित्रकारी देख सकते हैं। इतिहास और कला प्रेमियों के लिए यह एक आदर्श स्थल है। खूबसूरत बगीचे के साथ यह प्राचीन संरचना काफी खूबसूरत नजर आती है।

पंच मंदिर

पंच मंदिर कपूरथला भ्रमण को धार्मिक बनाने के लिए आप यहां का हिंदू पंच मंदिर के दर्शन का प्लान बना सकते हैं। इस खूबसूरत मंदिर का निर्माण फतह सिंह अहलुवालिया के शासनकाल के दौरान किया गया था। यह भारत के उन खास मंदिरों में गिना जाता जिनकी रेप्लिका अन्य जगहों में भी बनाई गई है। पंच मंदिर की रेप्लिका पंजाब के लाहौर में एक म्यूजियम में मौजूद है। शानदार कारीगरी के साथ बनाया गया यह मंदिर दूर से ही पर्यटकों को प्रभावित करता है। कला प्रेमियों को यहां अवश्य आना चाहिए।

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