चण्डीगढ़, 27 सितंबर। जनसाधारण की शिकायतें सुनने व समस्याओं का समाधान करने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा आरम्भ की गई सीएम विंडो व ट्विटर हैंडल को आमजन एक अच्छा कदम मान रहे हैं क्योंकि शिकायतों पर तत्काल संज्ञान लेकर व समाधान कर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा समाज के प्रबुद्घ व्यक्तियों की उपस्थिति में स्वयं शिकायतकर्ताओं से फीडबैक लेकर उनकी संतुष्टि पूछी जाती है। सोशल मीडिया का यह प्लेटफार्म युवा पीढ़ी को रास आ रहा है।
मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल के अनुसार सीएम विंडो पर शिकायत देने के लिए सिर्फ एक सादे कागज पर लिखित में देना होता है जबकि ट्विटर हैंडल पर सीमित शब्दों में अपनी बात पहुंचानी होती है। उन्होंने बताया कि जैसे ही मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायतें पहुंचती हैं, समर्पित अधिकारियों की टीम द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर सम्बन्धित विभाग को आगामी कार्यवाही के लिए निर्देश दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में पंचकूला, करनाल, गुरुग्राम, सिरसा, भिवानी, हिसार, फरीदाबाद जिलों से मुख्यमंत्री के ट्विटर हैंडल पर शिकायतें आईं। गुरुग्राम से @jrohit708 ने 13 सितंबर, 2021 को रात्रि 11:27 बजे @mlkhattar, @anilvijminister, @Dchautala, @narendramodi को मोबाइल 7027545544 से टिकट नम्बर 3336305 के माध्यम से ट्विटर किया कि ‘‘गुरुग्राम (हरियाणा) में मां की कोरोना से मौत के चार महीने बाद तक नहीं मिल रहा है मृत्यु प्रमाण पत्र । छोटे बच्चे लगा रहे हॉस्पिटल और कमेटी के चक्कर, पर कोई जवाब नहीं मिल रहा ।
भूपेश्वर दयाल ने बताया कि सीएमओ से इस ट्विट पर ठीक अगले दिन 14 सितंबर, 2021 को संज्ञान लिया और नगर निगम गुरुग्राम से मामले में जानकारी चाहीं। उन्होने बताया कि 20 सितंबर को cmc@mcg.gov.in पर सूचित किया गया कि जन्म एवं मृत्यु शाखा, नगर निगम, गुरुग्राम द्वारा आवेदक को प्रमाण पत्र उपलब्ध करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि @jrohit708 ने 21 सितंबर को सांयः 03:30 बजे अपने रि-ट्विट में कहा कि ‘‘जी हां। हमारी समस्या का समाधान हो गया है। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। जय हिन्द’’
उन्होंने बताया कि कोरोना काल के दौरान मुख्यमंत्री के ट्वटर हैंडल पर आई इस तरह की अनेक शिकायतों का समाधान मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा किया गया है यहां तक कि वे कई बार स्वयं सीधे सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क करते हैं और समस्या का समाधान करने का कोई न कोई रास्ता निकलवाते हैं।
उन्होंने बताया कि रोहित जैन की समस्या का समाधान मात्र सात दिन में ही किया गया। इसी प्रकार से शिकायतों का हल होने पर लोग मुख्यमंत्री मनोहर लाल का एक अच्छा कदम मानते हैं।
उन्होंने बताया कि पंचकूला के संजय कुमार ने 9 सितंबर, 2021 को 12:49 बजे @sanjayk32902505 ने ट्विट किया था कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र की परीक्षा शाखा यह कहकर उसकी एमसीए की डिग्री नहीं दे रही थी, की माननीय राज्यपाल महोदय के डिजिटल हस्ताक्षर अभी तक आए नहीं हैं। इसलिए हम डिग्री नहीं भेज सकते। उन्होंने जल्दी डिग्री दिलवाने की मदद की मांग की थी। उन्होंने बताया सीएम कार्यालय द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद एक सप्ताह के अन्दर-अन्दर संजय कुमार को उसकी डिग्री मिल गई। उन्होंने 16 सितंबर को रात्रि 10:13 बजे @cmohry, @chkanwarpal, @mlkhattar, @Dchautala को अपने रि-ट्विट में कहा कि एक सप्ताह के अन्दर-अन्दर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से मुझे मेरी डिग्री मिल गई है। समस्या का समाधान एक सप्ताह के अन्दर-अन्दर करवाने के लिए आदरणीय श्रीमान जी आपका धन्यवाद।
भूपेश्वर दयाल ने बताया कि इसी प्रकार करनाल, सिरसा, भिवानी, हिसार, फरीदाबाद जिलों से आए ट्विट के अन्य मामलों का भी सीएमओ द्वारा संज्ञान लेकर समाधान करवाया गया। उन्होंने कहा कि अब तो लोग यह भी कहने लगे हैं कि जिनकी ‘‘फरियादों पर नहीं होती थी सुनवाई-अब हो रहा है हल’’