सरकारी स्कूलों मे काम कर रहे टीचर्स की ट्रांसफर पॉलिसी बनाई जाए: यूनियन

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चंडीगढ़, 26 सितंबर। यूटी कैडर एजुकेशनल एंप्लाइज यूनियन की बैठक रविवार को प्रधान, स्वर्ण सिंह कम्बोज की अध्यक्षता मे हुई। जिसमें सरकारी स्कूलों में टीचर, प्रिंसिपल व अन्य स्टाफ के ट्रांसफर पॉलिसी को लेकर नियम बनाने को लेकर मांग की गई।
यूनियन के प्रधान स्वर्ण सिंह कंबोज ने जारी एक बयान में कहा है कि टिचर स्टाफ पॉलिसी को लेकर यूनियन की गहरी चर्चा की गई और इन मांगो को जल्द डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन के आगे रखे जाने की बात सर्वसम्मति से किया जाएगा। यूनियन की मांग है कि सरकारी स्कूलों में हैड और प्रिंसिपल की खाली पड़  पोस्ट्स जल्द भरी जाए और टीचर्स की प्रमोशन भी जल्द की जाए। सरकारी स्कूलों में काम कर रहे टीचर्स की ट्रांसफर पॉलिसी बनाई जाए। टीचर्स की ट्रांसफर 7 या 10 सालो में और प्रिंसिपल की ट्रांसफर 5 सालो मे की जाए। यह भी नियम बनाया जाए कि ट्रांसफर के बाद कोई भी टीचर 3 साल तक दोबारा उसी स्कूल में वापस नहीं आ सकता। पंजाब और हरियाणा से चंडीगढ़ यूटी में डेपुटेशन पर आए किसी भी टीचर या लेक्चरर को वाइस हेड या वाइस प्रिंसिपल ना बनाया जाए। वाइस हेड या वाइस प्रिंसिपल सिर्फ चंडीगढ़ यूटी का सीनियर टीचर या लेक्चरर ही बनेगा। कोई भी सेमिनार 2 बजे के बाद ना रख्खा जाए, अगर 2 बजे छुट्टी के बाद किसी भी टीचर से काम करवाया जाता है तो उस टीचर को स्पेशल छुट्टी दी जाए। इलेक्शन के काम में टीचर्स की बी॰एल॰लो॰ की ड्यूटी बिल्कुल भी ना लगाई जाए। क्योंकि जब दूसरे कामों में टीचर्स की ड्यूटी लगाई जाती है तो बच्चों की पढ़ाई का भारी नुकसान होता है। टीचर्स से स्कूलों में किसी भी प्रकार के फंड का काम ना करवाया जाए । इस के लिए शिक्षा विभाग इन फंड्स के लिए क्लर्क की भर्ती करें, इस बच्चों की पढ़ाई में दिक्कत भी नहीं होगी। सरकारी स्कूलों मे सर्व शिक्षा अभियान, कॉन्ट्रैक्ट, गेस्ट फैकल्टी,  कॉन्ट्रैक्ट कम्प्यूटर टीचर्स या पार्ट टाइम कर रहे टीचर्स के लिए सिक्योर पॉलिसी बनाई जाए या फिर कोई नियम बनाकर सभी को पक्का किया जाए। सरकारी स्कूलो मे डी॰ सी॰ रेट या ठेकेदारी प्रथा पर काम कर रहे कर्मचारियों के लिए सिक्योर पॉलिसी बनाई जाए और यूनियन चाहती है कि ठेकेदारी प्रथा बिल्कुल खत्म की जाए।
आज की इस बैठक मे भूपेन्द्र कौर बराड, स्वर्ण सिंह कम्बोज, सोहनलाल, प्रदीप कुमार, अमनदीप सिंह, रंजीत पाल,दिनेश पटियाल, अभिषेक वसिष्ठ और कमलपरीत सिंह शामिल हुए।

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