चंडीगढ़, 22 सितम्बर। यूटी पावरमैन यूनियन चण्डीगढ़ की कार्यकारिणी की मीटिंग बुधवार को यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग में यूनियन ने 7 अक्तूबर को बिजली दफ्तर सेक्टर 17 के सामने विशाल धरना देने तथा 12 अक्तूबर को सभी षिफ्टों में पूर्ण हड़ताल करने का ऐलान का फैसला किया गया है।
यूनियन के महासचिव गोपाल दत्त जोषी ने प्रैस को जारी ब्यान में कहा कि मीटिंग में प्रशासन के इन्जीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की तीखी निन्दा करते हुए यूनियन ने आरोप लगाया कि अधिकारियों का सरा ध्यान विभाग के निजीकरण करने में लगा है। प्रशासन निजीकरण की प्रक्रिया में इतना अन्धा हो चुका है कि वह उपभेक्ताओं तथा कर्मचारियों के हितों से सीधा खिलवाड़ कर रहा है। काम करना तो दूर प्रशासन के अधिकारियों को आम जनता व कर्मचारियों की समस्याएं सुनने का भी समय नहीं है।
उन्होंने कहा कि सन 2020 में निजीकरण की प्रक्रिया शुरू करने के तुरन्त बाद इन्जीनियरिंग विभाग के अधिकारियों ने विभाग में कर्मचारियों की सीधी भर्ती का काम बंद कर दिया तथा सामान की खरीदारी भी बन्द कर दी तथा दिसम्बर 2020 के बाद संशोधित पोस्टें भी नहीं भरी जा रही हैं जिसके लिए 2 साल से खाली सीधी भर्ती की पोस्टों को न भरने का बहाना बनाकर प्रमोशन कोटे की पोस्टें भी खत्म होने की बेहूदी दलील दी जा रही है तथ नियमों के अनुसार बनती प्रमोशन की पोस्टें भी न भरकर सरेआम धक्का किया जा रहा है तथा पिछले 9 महिने से एक भी प्रमोषन की पोस्ट नहीं भरी गई। इस सम्बन्ध में यूनियन द्वारा वित्त तथा इंजीनियरिंग सचिव, कार्मिक विभाग, चीफ इंजीनियर को एस ई को कई ज्ञापन दिये गये। इस बात का संज्ञान लेकर वित्त विभाग ने 23.08.2020 को 2 साल से कम समय की प्रमोषन की पोस्टें भरने की हिदायत के बावजूद अध्किारी तमाषबीन बने है।उन्होंने प्रशासक के सलाहकार से अपील की कि नियमों के मुताबिक बनती प्रमोषनों को रोकने वाले अधिकारियों की जिम्मेवारी फिक्स कर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की।
संयुक्त सचिव अमरीक सिंह गुरमीत सिंह, रणजीत सिंह, कश्मीर सिंह ने आउटसोर्स कर्मचारियों का टैन्डर समय पर न लगाने तथा हर महिने वेतन समय पर न देने तथा ठेका बदलने पर उनसे हजारों रूपये वसूलने तथा अधिकारियों द्वारा आखें बन्द करने की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। कर्मचारियों की वेतनविसंगति दूर न करने, मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को 4-4 साल बाद भी पैन्षन व ग्रेच्युटी न देना अध्किारियों की तानाषाही दर्षाता है। औजार व सुरक्षा उपकरणों के नाम पर कम्रचारियों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है।
यूनियन की मीटिंग में अध्किारियों के अडियल रवैये की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि सभी मांगों को कई बार चीफ इन्जीनियर के सामने रखने के बावजूद तथा संघर्षो को वापस लेने के बावजूद एक भी मांग हल नहीं हुई इसलिए यूनियन ने आज से रैलियां व धरनों का सिलसिला शुरू कर दिया है। संघर्षो की कड़ी में 7 अक्तूबर को बिजली दफ्तर सेक्टर 17 के सामने विषाल धरना देने तथा 12 अक्तूबर को सभी शिफ्टों में पूर्ण हड़ताल करने का ऐलान किया है। हड़ताल के कारण आम जनता को होने वाली परेशानी के लिए अधिकारियों का अड़ियल रवैया जिम्मेवार होगा।