चंडीगढ़, 21 दिसंबर। यूनाइटेड फ्रंट ऑफ मास ऑर्गेनाइजेशन चंडीगढ़ ने कर्मचारियों की मांगों को प्रशासन द्वारा हल न करने के विरोध में गवर्नर हाउस के आगे मुंह पर सफेद पट्टी बांधकर मौन प्रदर्शन किया। इस मौके गवर्नर हाउस के अधिकारी वनीत कुमार ने मांग पत्र लिया तथा आश्वासन दिलाया कि जल्द ही प्रशासन के अधिकारी फ्रंट की लीडरशिप से बात करेगे।
यूनाइटेड फ्रंट के प्रधान श्याम लाल घावरी, महासचिव राकेश कुमार, चेयरमैन सतिंदर सिंह ने प्रेस को जानकारी देते कहा कि चंडीगढ़ के मजदूर मुलाजिमों की मांगों को हल करने के लिए यूटी कर्मचारियों ने 6 सितंबर को नगर निगम के दफ्तर के आगे गवर्नर हाउस का घेराव करने के लिए विशाल रैली की थी लेकिन एसडीएम सेंट्रल तेजदीप सिंह सैनी ने धरना प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों से धरने में पहुँच कर मांग पत्र लिया था। जिस पर उन्हें यूटी प्रशासन को पत्र लिख कर कर्मचारियों की मांगों का हल करने के लिए कहा था लेकिन अभी तक यूटी प्रशासन के किसे भी अधिकारी ने कर्मचारियों के साथ बात नहीं की है।
एक तरफ मांगो का हल नहीं किया जा रहा है और दूसरी तरफ प्रशासन बात करने को भी तैयार नहीं हैं, जिस से मुलाजिमों के पास संघर्ष के इलावा कोई रास्ता नहीं बचता। कर्मचारियों की मांग है कि चंडीगढ़ में से धारा 144 को हटाया जाए।
आउट सोर्स्ड वर्करों का जेम पोर्टल के ठेकेदार लगातार आर्थिक शोषण कर रहे हैं और प्रशासन इस पर तुरंत सख्त कार्यवाही करे तथा आउट सोर्सेड वर्करों के लिए सिक्योर्ड पॉलिसी बनाई जाए। 6वा पे कमीशन लागू कर दिवाली से पहले एरियर दिया जाए। प्रमोशन की पोस्टें खत्म ना की जाए। सीटीयू की 417 बसों के फ्लीट को पूरा नहीं किया जा रहा है और 41 HVAC बसों के हुए टैंडर को पास नहीं किया जा रहा है। 31.12.96 के बाद भरती किए गए डेली वेज वर्करों को 13.3.15 की पॉलिसी के पूरे लाभ नहीं दिए जा रहे, स्वीरमैनो, फायरमैनों तथा बिजली वर्करों का बीमा नहीं किया जा रहा। आउटसोर्स कर्मचारियों की कोविड 19 के समय की कहीं एक और कहीं दो महीनों की सैलरी भी नहीं दी जा रही है। डोर टू डोर गार्बेज वेस्ट कलेक्शन सोसायटी के कर्मचारियों की सैलरी का हल किया जाए। खाली पडी रेगुलर पोस्टें जल्दी भरी जाए। फाईर ब्रिगेड में लंबे समय से काम कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों को रेगुलर किया जाए। गावों से नगर निगम में आए सफाई कर्मचारियों को बेसिक प्लस डीए रिलीज किया जाए। आटो रिक्शा वालों से की जा रही धक्केशाही को बंद किया जाए।सभी विभागों मे तेल साबुन और वर्दी का भुगतान किया जाए।
इस प्रदर्शन मे शाम लाल घावरी, राकेश कुमार और सतिंदर सिंह के इलावा शीशपाल, सुरेश कुमार, अनिल कुमार, किशोरी लाल, शमशेर लोटिया, विनोद लौट, दिलबाग टांग, भगत राज तिसवर, सुनील कुमार, धरमपाल गहलोत, जसवीर कुमार, हरी मोहन, रजिंदर कुमार, गुरमेल सिंह दारा, सतीश मंचल, डा. धरमिंदर, अनिल गुप्ता, रामफल, संतोष सिंह, रवी कुमार, रघुवीर सिंह, चरणजीत सिंह, दलजीत सिंह आदि भी शामिल थे।