कपूरथला, 13 सितंबर। कपूरथला नगर निगम की घटिया कार्यप्रणाली व हल्का विधायक राणा गुरजीत सिंह के लापरवाह रवैये के कारण स्थानीय व्यापारियों ने कपूरथला में सोमवार की सुबह जगह जगह धरने प्रदर्शन किए। पहला धरना शहीद भगत सिंह चौक में पुरानी सब्ज़ी मंडी के दुकानदारों ने पिछले 4 महीनो से सीवरेज डालने के लिए तोड़ी गयी सड़क को न बनाने के कारण दिया गया। इसको धरने में नगर की समूह राजनितिक, सामाजिक व व्यापारिक संस्थाओं ने अपना समर्थन दिया।
धरनास्थल पर बैठे विक्रम अरोरा, आशीष अरोरा व अन्य गणमान्यों ने बताया की पिछले 4 महीनो से सड़क का बुरा हाल है जिस कारण पुरानी सब्ज़ी मंडी के दुकानदारों व् रेहड़ियों का कारोबार समाप्त हो गया है क्युकी सड़क के टूट जाने के कारण व बरसात के कारण गारा सब तरफ फैला हुआ है। इस कारण ग्राहक इस बाजार में आना छोड़ गए है, जिससे कारण सारे दुकानदारों पर बेहद आर्थिक संकट आ चुका है। उन्होंने बताया है कि कपूरथला नगर निगम व हल्का विधायक को कई बार हमने सड़क बनाने के लिए गुज़ारिश की परन्तु परिणाम आपके सामने है ऊपर से इस इलाके के पार्षद ग्रीश भसीन टीटू को जब एक दुकानदार ने फ़ोन किया तो और सड़क की सारी व्यथा बताई तो पार्षद ने कहा जो आप लोग धरना लगालो और हैरानी की बात यह निकली सोमवार को दुकानदारों द्वारा दिए धरने में खुद आकर दुकानदारों के साथ बैठ गए और अपनी सरकार के खिलाफ नारे ही सुनते रहे। दूसरी तरफ सोमवार की सुबह खस्ताहाल इमारतों को तोड़ने के लिए अकाली नेता अवि राजपूत ने नगर निगम को पिछले दिनों मांग पत्र दिया था और सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया था नगर निगम द्वारा करवाई न होने के कारण अकाली नेता अवि राजपूत ने अमृत बाजार के दुकानदारों सहयोग से अमृत बाजार की खस्ताहाल बिल्डिंग के बाहर अपने साथियो व दुकानदारों के साथ दरी बिछाके धरना दिया और प्रशाशन को जमके कोसा जिक्रयोग्य है की नगर में डेवलपेंट के नाम सीवरेज डालने का काम चल रहा है परन्तु पुरानी सब्ज़ी मंडी ,गोल्डन एवेन्यू इतय्दी इलाको में सीवरेज डालने के पच्शात सड़क निर्माण कार्यो में देरी के कारण सड़क मार्गो का बुरा हाल है ऊपर से पिछले दिनों हुयी बारिशो ने इन सडको पर गारा जमा कर दिया जिस से आम जनजीवन बेहद अस्त व्यस्त है
नगर निगम असल में व्यस्त कहाँ है …………
स्थानिय व्यापारियों एवं समाजसेवी संस्थाओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम कपूरथला की नाक के तले पुराणी रिहायशी इमारतों को कमर्शियल इमारतों में नवनिर्माण किया जा रहा है जिसमे सत्ताधारी पार्टी के कुछ सफेदपोश नेता व निगम के कुछेक भृष्ट अफसर मिलीभुगत करके चांदी कूट रहे है। लाखो रूपए रिश्वत में लेके नगर के काफी इलाको में रिहायशी इमारतों को तोड़के कमर्शियल इमारते बनायीं जा रही है न तो उनकी बनती सीएलयू व अन्य कागजात पुरे है न उनका नक्शा पास होता है कई इमारतों की आधी अधूरी कागजी कार्रवाई पूरी करवाके काम किया जा चूका है।
लोकल बॉडी महकमे के अनुसार नयी ईमारत बनाने के लिए जो पार्किंग स्पेस छोड़नी पड़ती है उसको छोड़ा नहीं जा रहा! बिलकुल सड़क के किनारे से सटी हुयी पुरानी इमारतो को तोड़के उसकी पुराणी नींव वाली जगह से नयी नींव खड़ी करके इमारते बन रही है शहर से निकलने वाले नेशनल हाईवे 703/A के इर्द गिर्द विभाग के नियमो के मुताबिक कई फुट जगह छोड़नी होती है उसके लिए नेशनल हाईवे ऑथरिटी आफ इंडिया से एनओसी लेनी पड़ती है परन्तु बिना इसकी परमिशन से इमारते बन चुकी है व बन भी रही है और कई बन ने की तैयारियों में है दरअसल कुछ सवेद्पोश नेताओं की पैसा कमाने की भूख के कारण ये सब चल रहा है उनको पता है की सरकार जाने में कुछ महीनो का समय रह गया है बाद में सरकार आये जा न आये इसलिए जो आये आने दो विजिलेंस विभाग व् लोकल बॉडी महकमे, नेशनल हाईवे ऑथरिटी आफ इंडिया के आला अफसरों को इस तरफ ध्यान देने की सख्त जरुरत है।