सरकार किसानों की सबसे बड़ी हितैषी: डॉ. वीरेंद्र सिंह

सरकार किसानों की सबसे बड़ी हितैषी: डॉ. वीरेंद्र सिंह
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करनाल, 10 सितंबर। केन्द्र सरकार ने रबी की फसलों के न्यूनतम समर्थन में भारी वृद्धि कर पुन: यह प्रमाणित कर दिया है कि सरकार किसानों की सबसे बड़ी हितैषी है। मसूर के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 400 रुपये सरसों 400 रुपये, चना 130 रुपये, सूरज मुखी 114, गेंहू 40 रुपये, जौं 35 रुपये न्यूनतम समर्थन मूल्य में भारी वृद्धि कर किसान भाईयों के हितों का ध्यान रखा । यहां जारी एक वक्तव्य में यह टिप्पणी भाजपा प्रवक्ता व हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ. वीरेन्द्र सिंह चौहान ने की।
इसके साथ ही भाजपा प्रवक्ता डॉ. वीरेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश सरकार ने गन्ने के समर्थन मूल्य में 12 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा कर 362 रुपये कर दिया है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल व कृषि मंत्री जे. पी. दलाल को साधुवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि इस बढ़ोतरी के बाद एक बार फिर से गन्ने के समर्थन मूल्य में हरियाणा देश में नबंर एक पर आ गया है। डॉ. वीरेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि चने पर 130 रूपए प्रति क्विंटल का एमएसपी बढाया गया है जिसे 5100 रूपए से बढाकर 5230 रूपए प्रति क्विंटल किया गया हैं। ऐसे ही, कुसुम के फूल पर 114 रूपए प्रति क्विंटल की बढोतरी की गई है। इसी तरह, गेंहू व जौ पर क्रमश: 40 व 35 रूपए प्रति क्विंटल की बढौतरी केन्द्र सरकार द्वारा की गई है।
डॉ. चौहान ने कहा कि आज केन्द्रीय मंत्रीमंडल ने कैनोला और सरसों की एमएसपी में 400 रूपए प्रति क्विंटल व मसूर की दाल पर 400 रूपए प्रति क्विंटल का सर्वाधिक इजाफा किया हैं। उन्होंने कहा कि कैनोला व सरसों पर पहले 4650 रूपए प्रति क्विंटल की एमएसपी थी जिसे बढाकर 5050 रूपए प्रति क्विंटल की गई है। इसी प्रकार, मसूर की दाल की एमएसपी को 5100 रूपए से बढाकर 5500 रूपए प्रति क्विंटल किया गया है।
डॉ. वीरेन्द्र चौहान ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि का उद्देश्य फसलों के विविधीकरण को बढ़ावा देना है और गेहूं, रेपसीड और सरसों के बाद मसूर, चना, जौ और कुसुम के फूल के मामले में किसानों को उनकी उत्पादन लागत की तुलना में अधिकतम कीमत मिलने का अनुमान है। डॉ. चौहान ने कहा कि रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित होंगे।
डॉ. चौहान ने केन्द्र सरकार द्वारा विपणन सीजन 2022-23 के सम्बन्ध में रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को बढ़ाने को दी गई मंजूरी के लिए केन्द्र सरकार का आभार व्यक्त किया है। केन्द्रीय मंत्रीमंडल ने कैनोला और सरसों की एमएसपी में 400 रूपए प्रति क्विंटल का इजाफा किया हैं जिससे दक्षिण हरियाणा में सरसों की खेती करने वाले किसानों को लाभ मिलेगा।
डॉ. चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार बार बार स्पष्ट कर चुकी है कि समर्थन मूल्य प्रणाली यथावत जारी रहेगी व मंडी प्रणाली भी ज्यों की त्यों जारी रहेगी। फिर संशय की कोई गुंजाइश शेष नहीं रह जाती। रबी की फसलों के न्यूनतम समर्थन में भारी वृद्धि कर सभी शंकाओ को केन्द्र सरकार ने निर्मूल साबित कर दिया है। आज पूरे देश के किसान इस अभूतपूर्व वृद्धि के लिए केन्द्र सरकार का आभार जता रहे है।

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