चण्डीगढ़, 8 सितंबर। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी. दलाल और सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल ने आज केन्द्र सरकार द्वारा विपणन सीजन 2022-23 के सम्बन्ध में रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को बढ़ाने को दी गई मंजूरी के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।
आज केन्द्रीय मंत्रीमंडल ने कैनोला और सरसों की एमएसपी में 400 रूपए प्रति क्विंटल का इजाफा किया हैं जिससे दक्षिण हरियाणा में सरसों की खेती करने वाले किसानों को लाभ मिलेगा।
कृषि मंत्री व सहकारिता मंत्री ने एक संयुक्त रूप से एक वक्तव्य में कहा कि आज केन्द्रीय मंत्रीमंडल ने कैनोला और सरसों की एमएसपी में 400 रूपए प्रति क्विंटल व मसूर की दाल पर 400 रूपए प्रति क्विंटल का सर्वाधिक इजाफा किया हैं। उन्होंने कहा कि कैनोला व सरसों पर पहले 4650 रूपए प्रति क्विंटल की एमएसपी थी जिसे बढाकर 5050 रूपए प्रति क्विंटल की गई है। इसी प्रकार, मसूर की दाल की एमएसपी को 5100 रूपए से बढाकर 5500 रूपए प्रति क्विंटल किया गया है।
उन्होंने बताया कि चने पर 130 रूपए प्रति क्विंटल का एमएसपी बढाया गया है जिसे 5100 रूपए से बढाकर 5230 रूपए प्रति क्विंटल किया गया हैं। ऐसे ही, कुसुम के फूल पर 114 रूपए प्रति क्विंटल की बढोतरी की गई है। इसी तरह, गेंहू व जौ पर क्रमश: 40 व 35 रूपए प्रति क्विंटल की बढौतरी केन्द्र सरकार द्वारा की गई है।
उन्होंने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि का उद्देश्य फसलों के विविधीकरण को बढ़ावा देना है और गेहूं, रेपसीड और सरसों के बाद मसूर, चना, जौ और कुसुम के फूल के मामले में किसानों को उनकी उत्पादन लागत की तुलना में अधिकतम कीमत मिलने का अनुमान है। डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित होंगे।