चंडीगढ़, 27 अगस्त। सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के तहत प्रादेशिक जनसंपर्क ब्यूरों (आरओबी) और पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी), चंडीगढ़ द्वारा आज ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ पर वेबिनार का आयोजन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में पंजाब की भूमिका पर प्रकाश डाला।
वेबिनार के दौरान अतिथि वक्ता, प्रोफेसर कमलेश सिंह दुग्गल, ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी), गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी कॉलेज, जालंधर ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न चरणों में पंजाब के योगदान के बारे में बात की। उन्होंने विशेष रूप से प्रतिभागियों को भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान पंजाब के मीडिया द्वारा निभाई गई भूमिका के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने राज्य के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों सरदार अजीत सिंह, शहीद भगत सिंह, लाला लाजपत राय का उल्लेख किया और उनके योगदान के बारे में बात की।
डॉ. गोपाल सिंह बटर, एसोसिएट प्रोफेसर, लायलपुर खालसा कॉलेज, जालंधर ने कहा कि पंजाब प्राचीन काल से विदेशी शक्तियों द्वारा अधीनता का विरोध करता रहा है। उन्होंने राज्य में स्वदेशी आंदोलन, जलियांवाला बाग घटना, कीर्ति किसान आंदोलन, गुरुद्वारा सुधार आंदोलन, असहयोग आंदोलन आदि जैसी घटनाओं और आंदोलनों के बारे में विस्तार से बताया, जो स्वतंत्रता संग्राम के लिए राष्ट्रीय जागृति की ओर अग्रसर हुई।
अपने स्वागत भाषण में श्री हिमांशु पाठक, सहायक निदेशक, पीआईबी, चंडीगढ़ ने कहा कि ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ भारत सरकार के, प्रगतिशील भारत के 75 साल और इसके लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास को मनाने और स्मरण करने के लिए एक पहल है।
हितेश रावत, सहायक निदेशक, पीआईबी, चंडीगढ़ ने वक्ताओं और उपस्थित प्रतिभागियों को धन्यवाद प्रस्ताव के साथ वेबिनार का समापन किया। वेबिनार में लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वुमेन और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों ने भाग लिया।