चंडीगढ़, 24 अगस्त। स्वास्थ्य विभाग, चंडीगढ़ के तहत कार्यरत एन.एच.एम कर्मचारियों ने मंगलवार को “समान कार्य के लिए समान वेतन” की लंबे समय से लंबित मांग के एवज में जी.एम.एस.एच 16 में सामूहिक विरोध प्रदर्शन किया ।
संघ ने चंडीगढ़ प्रशासन के निदेशक स्वास्थ्य सेवा और अन्य उच्च अधिकारियों को हड़ताल का दो दिन का अल्टीमेटम दिया था और इससे पूर्व पिछले सोमवार भी रोष प्रदर्शन किया था।
इस विरोध में एन.एच.एम के तहत काम करने वाले सभी पैरामेडिकल और प्रबंधकीय कर्मचारियों ने नर्सिंग अधिकारी, फार्मेसी अधिकारी, ए.एन.एम, एल.एच.वी, डी.पी.ए डी.ई.ओ, लैब तकनीशियन, ओ.टी.ए, दंत तकनीशियन, एस.टी.एस, एस.टी.एल.एस, टी.बी.एच.वी, दर्जा 4 आदि सहित इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया ।
आज की हड़ताल के कारण काफी कोविड टीकाकरण में बाधा उत्पन्न हुई और कल से सभी डिस्पेंसरी में प्रसव पूर्व जांच दिवस के रूप में ए.एन.एम / एल.एच.वी की अनुपलब्धता के कारण क्लिनिक प्रभावित होगा । साथ ही कुछ केंद्रों की ओ.पी.डी भी आज बंद रही जिसके कारण मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ा और दैनिक ओ.पी.डी रिपोर्टिंग बंद कर दी गई ।
आज के विरोध में भूपिंदर सिंह गिल, संयोजक, सीएनईयू ने भी भाग लिया और सभी कर्मचारियों को हड़ताल को और मजबूत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि डी.एच.एस मैडम के प्रयास से हमारी मांगों की फाइल दिल्ली, एन.एच.एम तक पहुंचा दी गई है और उन्हे पूरी आशा है कि भारत सरकार भी इस उचित मांग पर कार्यवाही करेंगे ।
ऑल कॉन्ट्रैक्चुअल कर्मचारी संघ के सदस्यों, बिपिन शेर सिंह, (चेयरमैन), अशोक कुमार (अध्यक्ष), प्रभुनाथ शाही और साहिल कहलों ने भी आज के विरोध में भाग लिया और मुद्दों को एक आवाज़ में उठाया।
आज के धरने के अंत में सभी कर्मचारियों ने प्रशासनिक विभाग से लेकर आपातकालीन विभाग तक रोष मार्च निकाला और आम जनता को एन.एच.एम कर्मचारियों के साथ वेतन के इस भेदभाव से अवगत कराया। धरना कल भी सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक जारी रहेगा और मांगें पूरी नहीं होने पर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है। यह जानकारी जारी एक विज्ञप्ति में चंडीगढ़ एनएचएम कर्मचारी संघ के महासचिव अमित कुमार एवं प्रेस सचिव महावीर सिंह ने दी।