चंडीगढ़, 21 अगस्त। मास्टर विवेक ने पापा प्रदीप त्रिवेणी के साथ शनिवार को सेक्टर-19 में जाकर हेरिटेज पेड़ों के बारे में जाना एवं समझा। इस मौके पर प्रदीप त्रिवेणी ने बताया वाटिका स्कूल सेक्टर 19 में यूटी हेरिटेज ट्री मैंगो सूख गया है उसके अलग-अलग हिस्से टूट कर गिर रहे हैं कुछ महीनों पूर्व तक वह पूर्णतया जीवित था। चंडीगढ़ में बहुत से पेड़ वेंटीलेटर पर है दीमक लगने की वजह से, रक्षाबंधन का मतलब है मुसीबत में साथ देना आज भी हेरिटेज पर या यूं कहें पर्यावरण पर खतरा मंडराता जा रहा है। हम सबको पर्यावरण के हित में काम करना चाहिए बिना उपचार के दम तोड़ रहे हैं इनकी सांसे दिन प्रतिदिन उपचार के अभाव में टूटती जा रही है। आप और हम सब भलीभांति परिचित हैं और इसका एक भयानक रूप हम अभी कुछ दिनों पहले देखकर हटे हैं। कृत्रिम ऑक्सीजन के लिए कितना हाहाकार मचा कुछ लोगों तक पहुंच पाई कुछ को समय पर नहीं पहुंच पाई और उन्होंने वेंटिलेटर पर ही दम तोड़ दिया अपनों ने अपनों को ऑक्सीजन के अभाव में खो दिया।
हमारा जीवन कृत्रिम ऑक्सीजन पर नहीं है क्या यह बात हमें अच्छी तरह से समझ नहीं है। प्राकृतिक ऑक्सीजन ही हमारी प्राणवायु है इसको जितना सहज कर रखेंगे उतने ही हम स्वस्थ रह पाएंगे। बड़ा दुख होता है जिस शहर की पहचान विशाल धरोहर से है दिन प्रतिदिन वो पहचान फिक्की पड़ती जा रही है हमने प्रगति इतनी कर ली है की प्रदूषित हवा को शुद्ध बनाने तक पहुंच गए मशीनों के द्वारा बहुत अच्छी बात है। लेकिन जो प्राकृतिक रूप से शुद्ध हवा दे रहे हैं बिना बिजली बिना खर्चे के उन के आगे सिर्फ हेरिटेज बोर्ड लगाने से काम नहीं चलेगा उनको समय-समय पर देखभाल की जरूरत है।