नई दिल्ली, 10 अगस्त। यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट एवं राष्ट्रवादी शिवसेना ने मंगलवार को पंजाब का अगला मुख्यमंत्री किसी हिन्दू को बनाने और आंतकवाद के दौरान निर्ममतापूर्व मार डाले गए करीब 30000 निर्दोष हिन्दुओं के परिवारों को सिख दंगा पीड़ितों की भांति मुआवजा देने की मांगो को लेकर धरना दिया। इस अवसर पर पंजाब में सक्रिय राजनीतिक दलों कांग्रेस, अकाली दल, भाजपा, बसपा एवं आप पार्टी अध्यक्षों को संबोधित ज्ञापन भी प्रस्तुत किया गया।
फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकर्ता अध्यक्ष एवं राष्ट्रवादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब में हिन्दू जनसंख्या 40 प्रतिशत से ऊपर है लेकिन हिन्दुओं का सभी राजनीतिक दलों ने सिर्फ शोषण ही किया है। 1966 के बाद किसी हिन्दू को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया जिससे हिन्दू दोयम दर्जे के नागरिक बनकर रह गए। तथाकथित खालिस्तान तत्वों के विरूद्व आवाज उठाने वाले हिन्दुओं को खुलेआम प्रताड़ित करना आम बात हो गई है। ऐसे हिन्दुओं को संरक्षण मिलना तो दूर उन्हें दोहरी मार सहने को विवश होना पड़ रहा है। अनेक हिन्दू नेताओं की हत्या इसका स्पष्ट प्रमाण है। गोयल ने स्पष्ट कहा कि पंजाब में हिन्दू उसी राजनीतिक दल को समर्थन और वोट देगा जो सबसे पहले हिन्दू को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा करेगा।
गोयल ने कहा कि आतंकवाद के काले दौर में पंजाब का हिन्दू सबसे ज्यादा क्रूरता का शिकार हुआ। निर्दोष हिन्दुओं को चुन चुनकर निर्दयता पूर्वक मार डाला गया। उनके परिवारजनों को मात्र 20 से 50 हजार रूपये देकर शांत कर दिया गया। इसके विपरीत 1984 के दंगा पीड़ित सिखों के परिवारों को लाखो-करोड़ों रूप्ए के मुआवजे दिए गए। उन्होंने प्रश्न किया कि क्या सिख भाईयों का खून लाल व हिंदुओं का खून सफेद है यदि हिंदुओं का खून सफेद नहीं है तो उनके समर्थन में कोई आवाज आज तक क्यों नहीं उठी। 55 साल के इतिहास में पंजाब में किसी राजनीतिक दल ने किसी हिंदू को मुख्यमंत्री के रूप में आज तक नहीं चुना।
गोयल ने कहा कि अब समय आ गया कि पंजाब में हिन्दुओं के लगातार शोषण के विरुद्ध एकजुटता दिखाई जाए। पंजाब का हिन्दू मन बनाकर बैठा है कि कोई राजनीतिक दल सबसे पहले हिन्दू मुख्यमंत्री की घोषणा करें और 30000 बलिदानी हिन्दुओं के परिवारों के लिए समुचित मुआवजा देने की घोषणा करने वाले राजनीतिक दल को ही समर्थन व वोट देगा। उसके लिए पंजाब का हिन्दू कमर कस चुका है।
इस अवसर पर महंत गुरू मां कंचन गिरी, रविन्द्र पंडिता-शारदा पीठ जम्मू व कश्मीर, सुरेन्द्र मोहन गुप्ता, जूना अखाड़ा से ललित गोस्वामी, धर्मेन्द्र बेदी, शिव कुमार शर्मा, रमाकान्त शर्मा, अवध कुमार, श्रीकांत यादव, सुभाष, संजय गोयल, राजेश अरोड़ा, सुरेन्द्र चौधरी, पप्पू बसंल, अशोक चौहान, सुरेश चंद्र गुप्ता, सुमन, विनीता, मालती, निर्मला, पूनम प्रजापति आदि पदाधिकारी अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ उपस्थित थे।