चंडीगढ़, 9 अगस्त। यूनाइटेड फ्रंट ऑफ मास ऑर्गेनाइजेशन चंडीगढ़ के बैनर तले मजदूर मुलाजिमों की विशाल कन्वेंशन का आयोजन लायंस क्लब सेक्टर 18 में सोमवार को किया गया। कन्वेंशन फ्रंट के प्रधान श्याम लाल घावरी, चेयरमैन सतिंदर सिंह तथा कन्वीनर शीश पाल पर आधारित प्रधानगी मंडल की अगुवाई में हुई। कन्वेंशन मे 11 केंद्रीय जन संगठनों के 350 डेलीगेट्स ने भाग लिया।
कन्वेंशन में कुल 15 प्रस्ताव पारित किए गए जिनमें प्रमुख, चंडीगढ़ से धार 144 को खत्म करना तथा नागरिक अधिकारों की बहाली के हक मे, आउट सोर्सेड वर्करों के लिए सिक्योर्ड पॉलिसी बनाने के हक में, चंडीगढ़ की सफाई विवस्था तथा अन्य सरकारी विभागों को निजी एजेंसी के हाथो में देने के विरोध में, बढ़ती हुई महंगाई के विरोध मे, 6 वे पंजाब पे स्केल की नोटिफिकेशन को यूटी मुलाजिमों के लिए एडोप्ट करवाने के हक में,रिटायर्ड मुलाजिमों के पेंशन लाभ रिलीज करवाने के हक में, 31.12.96 के बाद भर्ती किए गए डेली वेज वर्करों को 13.3.15 की पॉलिसी के सभी लाभ दिलवाने के हक मे, सेल्फ फाइनेंस हाउसिंग स्कीम को लागू करवाने के हक मे,1.1.2020 से यूटी मुलाजिमों के लिए डी ए रिलीज करवाने के हक में,किसान आंदोलन के हक मे, पीजीआई में सफाई कर्मचारी को पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री टार्चर करने के विरोध में, ट्राई सिटी ऑटो रिक्शा चालकों की समस्याओं के संबंध मे, तथा चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के मुलाजिमों के लिए पैंशन योजना लागू करवाने के हक मे।
फ्रंट के प्रधान शाम लाल घावरी, महासचिव राकेश कुमार और चेयरमैन सतिंदर सिंह ने डेलीगेट्स को संबोधन करते हुए चंडीगढ़ प्रशासन की मुलाजिम मांगो पर गैर संजीदगी पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन मुलाजिमो तथा मजदूरों की मांगो को हल करने में पुरी तरह असफल रहा है। मसले हल नहीं हो रहा उस पर प्रशासन बात करने को भी तैयार नहीं हैं। माननीय प्रशासक को मिलने के लिए जाओ तो उठा कर थाने में बंद कर दिया जाता हैं। जिस प्रशासक के पास अपने मुलाजिमों से मिलने का समय ही नहीं है वह उनकी दुख तकलीफ कैसे जान सकता है।
ऐसे हालतो मे मुलाजिमों के पास आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता।
चंडीगढ़ प्रशासन आउट सोर्स्ड वर्करों के हो रहे आर्थिक शोषण को रोकने में नाकाम रहा है।
सरकारी काम को निजी कंपनियों के हाथो में दिये जाने से कर्मचारियों में भारी रोष है. प्रमोशन की पोस्टें खत्म हो रही है इस पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा,सीटीयू में लगातार बसों की कमी हो रही है लेकिन सी टी यु में 417 बसों का फ्लीट पूरा नहीं किया जा रहा, रेगुलर खाली पड़ी पोसटों को भी भरा नहीं जा रहा है.31.12.96 के बाद भर्ती किए गए डेली वेज वर्करों को 13.3.15 की पॉलिसी के पूरे लाभ नहीं दिए जा रहे, स्वीरमैनो, फायरमैनों तथा बिजली वर्करों का बीमा नहीं किया जा रहा।
नगर निगम के मुलाजिमों की कलाई पर स्मार्ट घड़ियां बांध कर उनको गुलामी का अहसास दिलाया जा रहा है, ,मृतक के आश्रित नौकरी के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे हैं पर प्रशासन उनको नौकरी नहीं दे रहा।
कन्वेंशन में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि अगर प्रशासन बातचीत के दरवाजे नहीं खोलता तो 6 सितंबर को गर्वनर हाउस का घेराव किया जाएगा। उस से पहले सभी विभागों में गेट रैली की जाएगी।
कन्वेंशन को दी ट्रिब्यून एंप्लॉयज यूनियन के प्रधान एवं फ्रंट के मुख सलाहकार अनिल गुप्ता, सीवर्ज एंप्लॉयस यूनियन के प्रधान एवं फ्रंट के वाइस चेयरमैन सुरेश कुमार, कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के चेयरमैन एवं सीएमसी हॉर्टिकल्चर एंप्लॉयज यूनियन के प्रधान अनिल कुमार, इलेक्ट्रिकल वर्कमैन यूनियन के प्रधान किशोरी लाल, इलेक्ट्रिसिटी स्ट्रीट लाइट एंप्लॉयज एंड वर्कर्स यूनियन के महासचिव दलजीत सिंह, फ्रंट के ऑफिस सेक्रेटरी रणजीत सिंह अखिल भारतीय मजदूर संघ के प्रधान शमशेर लोटिआ, डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन सोसायटी के प्रधान विनोद लोहट, फ्रंट के कानूनी सलाहकार भगत राज तिसावर, सीटीयू कंडक्टर यूनियन के प्रधान दविंदर सिंह, एमओएच सफाई कर्मचारी यूनियन के महासचिव सतीश गहलौत, पैक एंप्लॉयस यूनियन के प्रधान हरी मोहन, ट्राई सिटी ऑटो रिक्शा वर्कर्स यूनियन के प्रधान अनिल कुमार, अखिल भारतीय सफाई मजदूर संग के महा सचिव महासचिव धर्मपाल गहलोत, मैकेनिकल विभाग से माइकल, चंडीगढ़ रिटायर्ड एंप्लॉयस फ्रंट के कन्वीनर रामफल, डा. अंबेडकर एससी बीसी वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव डा. धर्मेंद्र, जीएमएसएच सेक्टर 16 से उषा रानी, मदन कुमार तथा सोनू खोसला, डा.अंबेडकर शिक्षा संस्थान संगठन के प्रधान सतीश मचल, यूनाइटेड फ्रंट पब्लिक हेल्थ एंप्लॉयरस यूनियन से चरणजीत सिंह तथा रगबीर सिंह, फॉरेस्ट विभाग से छोटे लाल, स्पोर्ट्स विभाग से मामराज तथा राजेश कुमार, फायर विभाग से संजीव शर्मा, ऑल चंडीगढ़ आउट सोर्सेड वर्कर्स यूनियन से भूपिंदर सिंह, इंजीनियरिंग विभाग से वीर सिंह, दलबाग टांक आदि ने संबोधन किया।