चंडीगढ़ 9 अगस्त। 8 अगस्त 1942 को भारत की आज़ादी की नींव भारत छोड़ो आंदोलन से ही पड़ी थी, इसी दिन भारत देश को जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र व लिंग के आधार से मुक्त करने को प्रयासरत अखिल भारतीय पार्टी भी स्थापित हुई थी।
पार्टी के राष्ट्रीय सलाहकार समिति के सदस्य व पंजाब व चंडीगढ़ के प्रभारी दीपांशु शर्मा भारतीय ने पार्टी सदस्यों के साथ महात्मा गांधी को नमन किया व अखिल भारतीय पार्टी का स्थापना दिवस भी मनाया व पार्टी द्वारा कोरोना काल में बुरी तरह प्रभावित व्यवसायियों को आर्थिक स्थिति पुनः सुदृढ करने की तरकीब की जानकारी भी दी। इस मौके पर सतविंदर सिंह, विशाल सैनी, करिश्मा, वैभवी, नीरज, अमनदीप, विनय, गगन आदि मौजूद रहे व सभी ने प्रण लिया कि किसी भी नेता को केवल उसकी जाति-धर्म देखकर वोट नहीं करेंगे। पैसे या सामान लेकर वोट नहीं करेंगे। मांस या शराब लेकर वोट नहीं करेंगे। किसी भी अपराधी को वोट नहीं करेंगे।
दीपांशु भारतीय ने बताया कि जनता को यदि सच में देश से प्यार है तो जनता को भी बदलना होगा। अखिल भारतीय परिवार पार्टी नेता बदल कर नए लोगों को नेता बना रही है पर जब तक जनता नहीं बदलेगी बदलाव नहीं हो सकता। हमारा विश्वास है कि 2024 में जनता इस सबसे ऊपर उठकर देश के लिए और नेताओं के विरोध में वोट देगी।