कांस्टेबल परीक्षा पेपर लीक होने पर कुमारी सैलजा ने हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को बर्खास्त करने की मांग की

कांस्टेबल परीक्षा पेपर लीक होने पर कुमारी सैलजा ने हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को बर्खास्त करने की मांग की
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चंडीगढ़, 7 अगस्त। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने हरियाणा पुलिस कांस्टेबल परीक्षा का पेपर लीक होने पर हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की है। कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार के राज में हरियाणा पेपर लीक माफियाओं का गढ़ बन गया है। आए दिन हरियाणा में पेपर लीक होते हैं और इसके बाद यह रद्द कर दिए जाते हैं। हरियाणा पुलिस कांस्टेबल परीक्षा का पेपर लीक हुआ और इसके बाद इसे रद्द कर दिया गया। इस सरकार ने पेपर लीक में नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। हरियाणा के युवाओं को न्याय देने के लिए भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल और भाजपा-जजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल के सभी पेपर लीक मामलों की जांच के लिए न्यायिक जांच की घोषणा की जाए।
यहां जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा में लगातार हो रहे पेपर लीक भाजपा-जजपा सरकार के नौकरियों में निष्पक्षता के दावों की पोल खोल रहे हैं। कब तक हरियाणा के युवाओं के भविष्य से इस तरह खिलवाड़ होता रहेगा? कब तक हरियाणा के युवा इस तरह प्रताड़ित होते रहेंगे?हरियाणा सरकार जवाब दे।
कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार को बेरोजगार युवा आवेदकों को परीक्षा के नाम पर दूसरे जिले में भेजकर तंग करने से भी बाज आना चाहिए। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को बेरोजगारों को दूसरे जिलों में भेजकर उनका शोषण करने की बजाए अपनी कार्यशैली में सुधार करना चाहिए। नकल रहित पारदर्शी तरीके से परीक्षा कराने की जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए।
कुमारी सैलजा ने कहा कि भर्ती परीक्षा में नकल रोकने के बहाने, परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट होने से रोकने के बहाने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग परीक्षाओं के गृह जिले बदलने का बहाना बनाता है। जबकि, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जाने वाले ज्यादतर भर्ती परीक्षा संदेह के घेरे में रहती हैं। कभी परीक्षा शुरू होने से पहले ही ऑन्सर की व्हाट्सऐप पर सर्कुलेट होने की सूचना मिलती है तो कभी पूरा पेपर ही लीक होने की सूचनाएं फैलती हैं। जनवरी महीने में ग्राम सचिव की परीक्षा हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को पूरी तरह से रद्द करनी पड़ी थी, क्योंकि इसका पेपर आउट होकर हर किसी के हाथ में पहुंच गया था, जबकि परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा केंद्र भी दूर-दराज के जिलों में बनाए गए थे।
कुमारी सैलजा ने कहा कि जिस तरह से हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जाने वाली भर्ती परीक्षाओं के पेपर व ऑन्सर-की वायरल हो जाती हैं, उससे पता चलता है कि प्रदेश सरकार निष्पक्ष भर्ती परीक्षा कराने को लेकर गंभीर नहीं है। अपनी नाकामी को छिपाने के लिए परीक्षार्थियों को तंग करने के नए-नए तरीके खोजे जाते हैं। जिसमें उनके गृह जिले से उन्हें दूसरे जिलों में परीक्षा देने के लिए भेजना भी परेशानी में डालने वाला ऐसा ही कदम है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में जिस किसी भी सरकारी पद के लिए भर्ती परीक्षा हो तो उसके परीक्षा केंद्र उसी जिले में बनाए जाने चाहिए, जहां का निवासी आवेदक है। नकल रहित परीक्षा कराने की जिम्मेदारी प्रदेश की भाजपा-जजपा सरकार की है।

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