चंडीगढ़, 6 अगस्त। इलेक्ट्रिकल वर्क मैन यूनियन की वर्किंग कमेटी की मीटिंग वरिंदर बिष्ट की अध्यक्षता में सैक्टर 25 में शुक्रवार को हुई। मीटिंग में फैसला लिया गया कि जन संगठनों के साझे मंच, यूनाइटेड फ्रंट ऑफ मासआर्गेनाइजेशनज की 9 अगस्त को हो रही कन्वेंशन में इलेक्ट्रिकल वर्कमेन यूनियन की तरफ से 100 डेलीगेट्स शामिल होगे।
कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के महासचिव राकेश कुमार ने मीटिंग को संबोधन करते हुए कहा कि जेम पोर्टल के ठेकेदारो की धके शाही तथा अधिकारियों द्वारा उनको आउट सोर्सिंग वर्करों की लुट करने की दी गई छुट के विरोध मे फ्रंट की तरफ से बड़ा आंदोलन आंदोलन शुरू किया जायेगा। जिस की रूपरेखा कन्वेंशन मे तयार की जाएगी।
मीटिंग को संबोधित करते हुऐ इलेक्ट्रिकल वर्कमैन यूनियन के प्रधान किशोरी ने कहा कि इलेक्ट्रिकल सर्किल के अंतर्गत काम कर रहे आउट सोर्सिंड वर्करों की तीन महीने की सैलरी अभी तक नहीं दी, सैलरी रिलीज करने के इवेज मे पैसे मांगे जा रहे है। ठेकेदार उनका पीएफ भी जमा नही करवा रहा, कोइ लेबर कानून लागू नहीं किया जा रहा, अग्रीमेंट के अनुसार 15 छुट्टी भी नहीं दी जा रही। उन्हों ने मांग की कि ठेकेदारों के खिलाफ पुलिस कारवाही की जाएं।
उन्हों ने आगे कहा कहा कि जेम पोर्टल के ठेकेदार आउट सोर्सिंग वर्करों का लगातार आर्थिक सोशान कर रहे हैं,कोई लेबर कानून लागू नहीं किया जा रहा, वेतन से गैर कानूनी कटौती की जा रही है, प्रशासन के अधिकारी फिर भी आंखे बन्द कर के बैठा है। ठेकेदारों के साथ कुछ अधिकारियो की मिली भगत का ही नतीजा है कि ठेकेदारों द्वारा आउट सोर्सिंग वर्करों की जा रही लूट पर कोइ कार्रवाही नहीं हो रही। डीसी रेट्स एक अप्रैल रवाइज्ड हो गए हैं किंतु अभी तक लागू नहीं की गया।
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मुलाजिम मांगों पर गंभीरता नहीं दिखाई तो बिजली कर्मचारी फिर आंदोलन शुरू करेगे। जिसकी पुरी जिम्मेदरी इलेक्ट्रिकल विभाग के अधिकारियों की होगी। उन्होंने बिजली मुलाजिमो की मांगों पर माननीय सैक्रेटरी इंजीनियरिंग की दखल की मांग की है।