चण्डीगढ़़, 4 अगस्त। गैर कानूनी, गैर जरूरी व नियमों तथा एक्ट को ताक पर रखकर तथा हितों के टकराव में फंसे डिलोयटी के इशारों पर आखिर हड़बड़ी में प्रशासन ने फाईनैंस बिड खोल दी गई। प्रशासन के जन विरोधी तथा कर्मचारी विरोधी फैसले के खिलाफ कर्मचारियों ने काम बन्द कर सभी दफ्तरों के सामने रोष प्रदर्षन कर प्रशासन विरोधी नारे लगाये। यूनियन द्वारा तय मानकों की अनदेखी कर टैन्डर खोलने तथा कर्मचारियों व उपभोक्ताओं के भविष्य के साथ खिलवाड करने का आरोप लगाते हुए 9 अगस्त तक लगातार रोष प्रदर्शन जारी रखते तथा 9 अगस्त रात 12 बजे से 10 अगस्त रात 12 बजे तक मुकम्मल हड़ताल करने का ऐलान किया।
अलग-अलग कार्यालयों में काम छोड़कर किये प्रदर्षनों को सम्बोधित करते हुए यूटी पावरमैन यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोषी, अमरीक सिंह, दर्षन सिंह, गुरमीत सिंह, रणजीत सिंह, कष्मीर सिंह, रामगोपाल, दलेर सिंह, तिलक राज, टेकराज, अमित ढ़िगरा, स्वर्ण सिंह ढिल्लों, राजेन्द्र कुमार, कर्मजीत सिंह आदि यूनियन के प्रतिनिधियों ने सुचारू रूप से चल रहे तथा सस्ती बिजली देकर भी मुनाफे में चल रहे बिजली विभाग का निजीकरण करने के लिए केन्द्र सरकार व चण्डीगढ़ प्रषासन की तीखी निन्दा की तथा आरोप लगाया कि सरकार अपनी ही नीतियों व कानूनों का उल्लघन कर रही है तथा हितों के टकराव में फंसे डिलोयटी को बिडिग प्रोसेस से हटाने की बजाय उसकी हिदायतों के अनुसार बिड खोल रही है वह भी जब स्टैर्न्डड बिडिग डाकूमेंट फाइनल नहीं हुआ। बिजली एक्ट 2003 में 100 प्रतिशत निजीकरण की प्रोविजन नहीं है। 2021 एक्ट अभी पास नहीं हुआ उससे पहले ही चण्डीगढ़ के बिजली विभाग को कोडियों के भाव बेचना किसी भी तरह ठीक नहीं है। इसके खिलाफ आखिर तक संघर्ष किया जायेगा। वक्ताओं ने सभी कर्मचारियों से 9 अगस्त तक लड़ीवार संघर्ष जारी रखेंगे व 10 अगस्त को सारी षिफ्टों में मुकममल हड़ताल की जायेगी। यह जानकारी जारी एक विज्ञप्ति में दी गई।