निजीकरण के खिलाफ 10 अगस्त 2021 को बिजली कर्मचारी करेंगे हड़ताल

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चण्डीगढ़, 28 जुलाई। मुनाफे में चल रहे चण्डीगढ़ बिजली विभाग के निजीकरण के लिए गैरकानूनी टेंडर प्रोसेस रद्द करने, टेंडर प्रक्रिया की जाँच के लिए नियुक्त ट्राजेक्षन एडवाइजर डिलोयटी तोहमत्सु को हितों के टकराव में दोषी पाये जाने पर टैन्डर प्रक्रिया से बाहर करने, जैनरेशन, ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन का 100 प्रतिशत निजीकरण के लिए संसद के मानसून सेषन में रखे गये बिजली अमैन्डमेंट बिल (2021) रद्द करने, बिजली क्षेत्र में निजी कम्पनियों को फ्रैचांइजी के तौर पर दिये लाईसैंस रद्द करने, केरल व हिमाचल की तर्ज पर जैनरेशन, ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन का एकीकरण करने, पुरानी पैंशन बहाल करने, बिजली सैक्टर में काम कर रहे सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने व पक्का होने तक बराबर काम के आधार पर बराबर वेतन देने आदि मांगों के समर्थन में चण्डीगढ़ के बिजली कर्मी नैश्नल कोआर्डीनेशन कमेटी ऑफ इलैक्ट्रीसिटी इम्पलाईज एण्ड इन्जीनियर के आह्वान पर 10 अगस्त 2021 को को एक दिन की हड़ताल करेंगे। हड़ताल 9 अगस्त रात 12 बजे से 10 अगस्त रात 12 बजे तक चलेगी। हड़ताल की तैयारी के सिलसिले में सभी कार्यालयों में मीटिंगों का दौर जारी है।
यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोषी, उप प्रधान अमरीक सिंह, गुरमीत सिंह, संयुक्त सचिव दर्षन सिंह, कष्मीर सिंह, रणजीत सिंह ने सभी कर्मचारियों से हड़ताल सफल करने की अपील करते हुए कहा कि इस समय पूरे देश के कर्मचारी व इंजीनियर देश के बिजली क्षेत्र का सम्पूर्ण निजीकरण के लिए लाये जा रहे व संसद के मानसून सत्र में रखे गये बिजली अमैन्डमेंट बिल (2021) का विरोध कर रहे हैं लेकिन चण्डीगढ़ प्रशासन उससे पहले ही 100 प्रतिशत निजीकरण कर रहा है वह भी पिछले 5 सालों से सस्ती बिजली देकर मुनाफा कमा कर सरकार के खजाने में जमा कराने वाले विभाग का जिसे बर्दास्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने सरकार व प्रशासन के खिलाफ आम जनता को सड़कों पर उतरने का आह्वान किया।
यूनियन के प्रतिनिधियों ने निजीकरण के लिए चुने गये ट्रांसजैक्षन एडवाइजर डिलोयटी तोहमत्सू को बिडिग प्रोसेस से शीघ्र हटाने की चेतावनी दी तथा कहा कि डिलोयटी बिडिग में हिस्सेदार कम्पनी अडानी का चार्टर अकाउन्टैंट हैं इसलिए यह सीधे तौर पर हितों का टकराव (ब्वदसिपबज व िप्दजमतमेज ) है। डिलोयटी के रहते पारदर्षी बिडिंग नहीं हो सकती इसलिए उसे पूरे मामले से हटाया जाए। यह बयान जारी एक विज्ञप्ति में महासचिव गोपालदत्त जोशी ने दी।

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