चंडीगढ़, 25 जुलाई। आज कोआर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमैंट एण्ड एमसी इम्पलाईज एण्ड वर्करज, यू.टी. चण्डीगढ़ ने केंद्रीय वित मंत्री को पत्र भेज कर मांग की हैं कि यूटी मुलाजिमो को केद्रीय पैट्रन पर 1 जनवरी 2020 से डीए की किश्त जारी की जाए।
पत्र में लिखा है कि केन्द्र सरकार ने 13 जनवरी 1992 की अधिसूचना के मार्फत यूटी मुलाजिमों पर पंजाब के पे स्केल तथा सेवा नियम लागू किए हैं लेकिन केंद्र सरकार जब भी डीए रिलीज करती हैं तो यूटी चंडीगढ़ के मुलाजिमों को साथ के साथ डीए मिल जाता है, किंतु केन्द्र सरकार ने करोना महामारी के चलते 01 जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक डीए फरीज़ कर दिया था किंतु अब केन्द्र सरकार ने उन मुलाजिमों का डीए बड़ा कर 17% से बड़ा कर 28% कर दिया है जो मुलाजिम 7 वे वेतन आयोग की शिफार्शो की आधार पर वेतन ले रहे हैं, इस लिए हम मांग करते हैं कि जो मुलाजिम अनरीवाइज्ड पे स्केल मे का कर रहे है उनका भी डीए बढ़ाया जाए ता जो यूटी चंडीगढ़ के मुलाजिमों का डीए भी बड़ सके।
इस संबंध मे हम बताना चाहते हैं कि करोना महामारी विरोध लड़ाई में यूटी चंडीगढ़ के मुलाजिमों ने प्रशाशन के निर्देशों के अनुसार दिन रात काम किया है और कर रहे हैं। सभी मुलाजिमों ने इस महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए एक दिन का वेतन भी डोनेट किया है और आज भी करोना के खिलाफ जंग में हर तरा से प्रशासन के साथ खड़े हैं किंतु प्रशाशन ने इन करोना योदाओ के लिए किसी वशेष आर्थिक पेकेज की अभी तक घोषणा नहीं की।
मजूदा परसतिथियों को देखते हुए केन्द्र सरकार बिना देरी किए मुलाजिमों को प्रोत्साहन देने के लिए 01 जनवरी 2020 से डीए की किश्त एरियर समेत देने की घोषणा करनी चाहिए।