चंडीगढ़, 24 जुलाई। कोआरडीनेश कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी इंप्लाइज एण्ड वर्कर यूटी चंडीगढ़ की वर्किंग कमेटी की मीटिंग शनिवार को सेक्टर 25 में हुई। मीटिंग में नगर निगम तथा प्रशासन के अलग अलग विभागों में काम कर रही यूनियनों के प्रतिनिधि शामिल हुए। कोआर्डिनेशन कमेटी के प्रधान सतिंदर सिंह, महासचिव राकेश कुमार, पैटर्न शाम लाल घावरी और चेयरमैन अनिल कुमार ने लीडरशिप को संबोधन करते हुए कहा कि कोआर्डिनेशन कमेटी लंबे समय से यूटी कर्मचारियों की मांगों को लेकर संघर्ष कर रही है। यूटी प्रशासन के अधिकारियों को सैकड़ों पत्र लिखे जा चुके है लेकिन प्रशासन ना तो मांगो का हल कर रहा है और ना ही मुलाजिम मसलों पर कोई मीटिंग करने को तैयार हैं। इस संबंध मे प्रशासक से भी गुहार लगा चुके है, उन्होंने भी मुलाजिमों की नहीं सुनी। 28 जून को कोआर्डिनेशन कमेटी का प्रतिनिधिमंडल प्रशासक को ज्ञापन देने के लिए गवर्नर हाउस पहुंचा तो मांग पत्र लेने के बजाए लीडरो को पकड़ कर थाने मे लिजाकर बैठा दिया। कोऑर्डिनेशन कमेटी समझती है कि प्रशासन बात नहीं करना चाहता जो चिंता का विषय है और जिस से कर्मचारियों में भारी रोष है। उस पर चंडीगढ़ में लगातार धारा 144 लगाना जख्मों पर नमक छिड़कने बराबर है, हम इस की सख्त निंदा करते हैं।
कोआर्डिनेशन कमेटी के नेताओं ने यूटी प्रशासक के नये सलाहकार धर्म पाल से अपील की है कि यूटी कर्मचारियों की मांगों को हल करवाने के लिए दखल देकर एक नई शुरुआत करे।
नेताओं ने मांग की कि आउटसोरस कर्मचारीयों का ठेकेदारों द्वारा हो रहे आर्थिक शोषण को रोका जाए तथा उनके लिए सुरक्षित पॉलिसी बनाई जाए ताकि जो उनके सिर पर हर समय लटक रही छटनी की तलवार हट सके। डीसी रेट में महंगाई दर के अनुसार बढोतरी की जाए। डेली वेज को रेगुलर करने की 13 मार्च 2015 की पॉलिसी में बदलाव किए जाए। जिससे रहते डेली वेज वर्कर भी रेगुलर हो सके। जीएमसीएच सेक्टर-16 में टेक्नीशनस तथा नर्सों की खाली पड़ी पोस्टों को जल्द भरा जाए, सीटीयू का निजीकरण बंद किया जाए और सीटीयू में 417 बसों के फलीट को पूरा किया जाए। रिटायर कर्मचारियों को पेंशन लाभ जल्द दिये जाए। गावों से बदल कर कारपोरेशन में भेजे सफाई कर्मचारियों को बेसिक + डी.ऐ. दिया जाए।
घड़ी सिस्टम को तुरंत बंद किया जाए, सभी विभागों में खाली पड़ी पोसटें पर तुरंत भर्ती की जाए, जैम पोर्टल के ऐगरीमैंट के अनुसार आउटसोर्स कर्मचारियों को 15 छुट्टी लागू की जाए। मृतक के आश्रितों को पंजाब पैटर्न पे नौकरी दी जाए। मीटिंग में फैसला लिया गया कि 7 अगस्त को कन्वेंशन कर के अगला ऐक्शन प्रोग्राम तह किया जाएगा।
मीटिंग में एमओएच सफाई कर्मचारी यूनियन, सीवरेज इंप्लाइज यूनियन, इलेक्ट्रिकल वर्कमैन यूनियन, इलेक्ट्रिसिटी स्ट्रीट लाइट एंप्लॉयज एंड वर्कर्स यूनियन एमसी, एमसी रोड वर्कर यूनियन, एमसी होलटीकलचर एंप्लॉयीज यूनियन, यूनाइटेड फ्रंट पब्लिक हेल्थ इंपलाइज यूनियन, सीटीयू कंडक्टर यूनियन, हॉस्पिटल सेक्टर 16 कलास फोर इंप्लाइज यूनियन, फॉरेस्ट वर्कर्स यूनियन, यूटी इंजीनियरिंग विभाग एंप्लॉयीज एंड वर्कर्स यूनियन, पैक इंपलाइज यूनियन, स्पोर्ट डिपार्टमेंट फील्ड वर्कर यूनियन, ऑल चंडीगढ़ आउटसोर्स्ड एंप्लॉयज एंड वर्कर्स यूनियन, फायर ब्रिगेड वर्कर्स यूनियन, आद संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए।
जिनमें प्रमुख तौर पर चेयरमैन अनिल कुमार, प्रधान सतिंदर सिंह, महा सचिव राकेश कुमार और पैटर्न शाम लाल घावरी के इलावा शीश पाल, शमशेर लौटीया सुरेश कुमार, किशोरी लाल, दलजीत सिंह, रामफल, सोनू खोसला, रघवीर सिंह, चरणजीत सिंह, उषा रानी, नरेश कुमार, रवी कुमार, रजिंदर कुमार, सतीश मनचल, विकरम, दलबाग टांक, मुरगेशन, विनोद कुमार लौटीया, छोटे लाल, पी काम राज, वीर सिंह, हरप्रीत सिंह, सुरिंदर सिंह आदि शामिल थे।