चंडीगढ़, 20 जुलाई। कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ की वर्किंग कमेटी की मीटिंग मंगलवार को कमेटी के प्रधान सतिंदर सिंह की अध्यक्षता में शान्ती कुंज सैक्टर 16 में हुई। मीटिंग को संबोधन करते हुए प्रधान सतिंदर सिंह जनरल सेक्रेटरी राकेश कुमार पेट्रन शाम लाल घावरी, चेयरमैन अनिल कुमार तथा सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुरेश कुमार चेयरमैन ने नगर निगम द्वारा सफाई तथा सीवर्ज व्यवस्था का काम ठेके पर देने के फैसले की सख्त शब्दो में निदा की तथा इस मुलाजिम विरोधों फैसले को वापिस लेने की अपील करते हुए चेतावनी दी के अगर जे फैसला वापिस नही लिया तो 22 जुलाई को मेयर ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।
मीटिंग में सफाई र्कमचारी युनीयन की और से 22 जुलाई को नगर निगम दफ्तर के सामने किये जा रहे रोष प्रदर्शन में शामिल होने का फैसला किया। मीटिंग को संबोधन करते नेताओं ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन तथा नगर निगम में काम कर रहे हजारों ठेका वर्करों के हो रहे आर्थिक शोषण को रोकने के लिए प्रशासन गंभीर नहीं है। एम सी में से रिटायर्ड र्कमचारीयों को पैंशनरी लाभ नहीं मिल रहे है। नगर निगम की सफाई व्यवस्था को प्राईवेट कंपनी को देने की साजिश रची जा रही है। रिजर्वेशन रोस्टर को पब्लिक करने और चंडीगढ़ प्रशासन की वेबसाइट पर डालने के लिए कोई कारवाई नही हो रही है। समारट घडी सिस्टम से र्कमचारीयों को गुलामी का अहसास कराया जा रहा है। 20 सालों से नगर निगम में काम कर रहे वर्करों को रेगुलर करते समय तीन साल प्रोबेशन पूरा करने के लिए कहा जा रहा है जो के सरा सर धका है। आउटसोर्स कर्मचारीयों को जैम पोर्टल के ऐगरीमैंट के हिसाब से 15 कैजुलीव छुटीयें लागू नहीं की जा रही है और आउटसोर्स र्कमचारीयों को समय पर सैलरी नहीं मिल रही है। सरकारी विभागों का निजीकरण किया जा रहा है। विभागों में खाली पड़ी रैगूलर पोसटें को नहीं भरा जा रहा है। मृतक के आश्रितों को नौकरी देने के लिए सैकड़ों केस पैडिंग पड़े हैं। कमेटी ने नगर निगम के कमिश्नर से अपील करते हुए कहा कि बात करके मुलाजिमों के मसले जल्द हल करे।