हिन्दी एवं पंजाबी को भी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की अधिकृत भाषा बनाया जाये: सत्य पाल जैन

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चंडीगढ़, 18 जुलाई। चंडीगढ़ के पूर्व सांसद एवं भारत के अपर महासालिसिटर सत्य पाल जैन ने कहा है कि समय आ गया जब हिंदी एवं पंजाबी को भी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की अधिकृत भाषा बनाया जाना चाहिए वास्तव में तथा देश के हर हाईकोर्ट में वहां रहने वाले लोगों की मातृभाषा को उस हाईकोर्ट की अधिकृत भाषा बनाया जाये।
जैन कल चंडीगढ़ के पास जंजहेड़ी गांव में चंडीगढ़ लॉ कॉलेज के उद्धघाटन समारोह में उपस्थित लोगों को मुख्य अतिथि के नाते सम्बोधित कर रहे थे।
जैन ने कहा कि अब यह तथ्य स्थापित हो गया है कि कोई भी व्यक्ति चाहे वो वकील हो या मुवकिल, अपनी बात को, सबसे अधिक सषक्त ढ़ंग से तथा सहजता, सरलता तथा सुगंमता से अपनी मातृ भाषा में ही रख सकता है। इसलिए अब समय आ गया जब कम से कम हाईकोर्ट तक सभी न्यायालयों में सम्बंधित राज्य की मातृ भाषा को वहां की अधिकृत भाषा बनाया जाये।
जैन ने कहा कि वह अंग्रेजी के विरोधी नहीं है तथा जो लोग अंग्रेजी में बहस करना चाहते हैं वो उसे जारी रखे लेकिन जो लोग हिन्दी या पंजाबी में अपनी बात कहना चाहते हैं उन पर अंग्रेजी थोपने के बजाय उन्हें अपनी बात हिन्दी और पंजाबी में कहने की सुविधा होनी चाहिये।
उन्होंने कहा कि वह शीघ्र ही इस सम्बंध में सम्बंधित उच्च अधिकरियों से भी बात करेंगे। इस अवसर पर चंडीगढ़ गु्रप ऑफ कॉलेज के अध्यक्ष रशपाल सिंह धालीवाल, उपाध्यक्ष  हर्ष सिंह धालीवाल तथा इस नये कॉलेज की प्रिंसीपल मनप्रीत ग्रेवाल भी उपस्थित थे।

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