चण्डीगढ़, 14 जुलाई। आई.सी.सी.डब्लयू. कर्मचारी यूनियन की लम्बित पड़ी मांगों को लागु करवाने के लिए बाल भवन सैक्टर 23 में प्रशासन के अडियल एवं नकारात्मक रवैये के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए वर्करों का तीसरे दिन भी रोष प्रर्दशन जारी रहा।
कर्मचारियों को यूनियन की प्रधान रेखा शर्मा, उप प्रधान सुनीता शर्मा, फैड़रेशन ऑफ यूटी ईम्पलाईज के प्रधान रघुवीर चन्द, उप प्रधान राजिन्द्र कटोच, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, यूटी पावरमैन यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, एमसी हॉल्टीकल्चर के प्रधान हरकेष चन्द, यूटी रोड़ के प्रधान प्रेम पाल आदि ने सम्बोधित करते हुए आरोप लगाय कि प्रशासन ने कुछ फैसले खुद ही किए है उन फैसलों को भी लागु नहीं किया जा रहा है। मुलाजम विरोधी नकारात्मक रवैया अपना कर कर्मचारियों के वेतन में पिछले पांच वर्षो से कर्मचारियों के वेतन में एक रूपये की वृद्धि नहीं कि जबकि महंगाई लगातार बढ़ रही है। प्रशासन ने दोहरी नीति अपनाकर अपने चहेते 13 मुलाजमों को चण्डीगढ़ प्रशासन द्वारा निर्धारित डीसी रेट समय समय पर दिया जा रहा है। आईसीसीडब्लयू में जंगल राज कायम कर रखा है। कर्मचारियों के साथ गुलामों जेसा व्यवहार किया जा रहा है। संविधान को किनारे रख कर कार्यकारिणी कमेटी की मीटिंग भी पिछले पांच वर्षो से नहीं की गई व कमेटी में लिए फैसलों को लागु किया जा रहा है। कार्यकारिणी कमेटी की मीटिंग का बहाना बना कर कर्मचारियों को लगातार शोषण किया जा रहा है।
अंत में प्रधान रेखा शर्मा ने सब कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि संघर्ष को और तेज करने के लिए हमें तैयार रहना होगा। प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर कर्मचारियों की मांगों का हल जल्दी नहीं किया तो आईसीसी डब्लयु कर्मचारी यूनियन फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज वर्करज चण्डीगढ़ की अगवाई में अगस्त महीने में निदेशक समाज कल्याण सैक्टर 17 में विशाल रैली एवं धरना करने का फैसला किया।
यूनियन की मांग है कि 2016 से रोका हुआ महंगाई भत्ता व 2017 से डी.सी. रेट को बहाल करना, स्विच ओवर स्टाफ को फैसले अनुसार नियुक्ति पत्र देना व डीसी रेट को बहाल करना, ग्रेच्युटी एक्ट 1972 को सब कर्मियों को लागु करना व श्रम कानून लागु करना आदि शामिल है।