चंडीगढ़, 11 जुलाई। निरंकारी सद्गुरू माता सुदीक्षा महाराज के दिशा निर्द्रेश से रविवार को सन्त निरंकारी सत्संग भवन, सैक्टर 15 डी में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिसमें एरिया 15 की साधसंगत ने योगदान दिया। इसमें 102 निरंकारी श्रद्धालुओं ने मानवता की सेवा हेतू रक्तदान किया।
इस रक्तदान शिविर का उद्घाटन पीजीआई रक्ता़धान औषधि विभाग के प्राध्यापक एवं अध्यक्ष डॉ रत्ती राम शर्मा ने किया। इस अवसर पर उन्होंने सन्त निरंकारी मिशन के समाज भलाई के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि मिशन के ऐेसे योगदानों से पीजीआई में रक्त की कमी नहीं हुई तथा थैलीसीमिया बीमारी से ग्रस्त व अनेक जरूरत मंदों को समय पर रक्त उपलब्ध करवाते रहे।
चंडीगढ़ के जोनल इंचार्ज ने बताया कि सन्त निरंकारी मिशन द्वारा 1986 से अब तक लगभग 12 लाख युनिट रक्तदान किया जा चुका है और इसी लड़ी में आने वाले दिनों में ट्राईसिटी में और भी शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
चंडीगढ़ के संयोजक नवनीत पाठक ने कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज का संदेश “खून नालियों में नहीं नाड़ियों में बहना चाहिए“ को सार्थक रूप देते हुए और इसी लड़ी को आगे बढ़ाते हुए वर्तमान सतगुरू माता सुदीक्षा महाराज मानव को मानव हो प्यारा एक दूजे का बने सहारा को चितार्थ करते हुए निरंकारी मिशन संसार में शांति, भाईचारा व एकत्व स्थापित कर रहे हैं।
इस शिविर का संचालन पीजीआई बल्ड बैंक के प्रोफेसर डॉ सुचेत सचदेव की अगुवाई में 20 डॉक्टर व पेरामेडिकल स्टाफ की सहायता से रक्त एकत्रित किया गया। सैक्टर 15 के मुखी एसएस बांगा ने डॉ रत्ती राम शर्मा और डॉक्टरों की टीम व रक्तदाताओं, साधसंगत के साथ-साथ जोनल इंचार्ज, क्षेत्रीय संचालक आत्मप्रकाश, संयोजक नवनीत पाठक और पवन कुमार, एनके गुप्ता, मुखी का इस रक्तदान शिविर में योगदान देने पर धन्यवाद किया।