चण्डीगढ़ । कर्मचारियों की सेवा शर्ते व स्टेक तय किये बिना तथा ओप्सन लिये बगैर विभाग को निजी कम्पनी केहवाले करने केखिलाफ बिजली कर्मचारियों का प्रर्दशन आज भी जारी रहा तथा सभी कार्यालयों में दोपहर के भेजनावकाश के दौरान रैलियां की गई।
रैलियों को सम्बोधित करते हुए यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उप प्रधान अमरीक सिंह, उप प्रधान गुरमीत सिंह, सुखविन्दरसिंह, स्वर्ण सिंह, विनय प्रसाद, कश्मीर सिंह, पान सिंह आदि पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन कर्मचारियों की सेवा शर्ते तय किये बिना व ओप्सन लिये बगैर विभाग को निजी कम्पनी को हैन्डओवर करने जा रहा है तथा कर्मचारियों के साथ सरेआम धोखेबाजी कर रहा है। वक्ताओं ने कहा कि आज के अखबारों में चीफ इन्जीनियर द्वरा दिया ब्यान जनता व कर्मचारियों को भटकाने वाला है तथा सच्चाई से कोसों दूर है। सेवा शर्ते तय नहीं की जा रही, कम्रचारियों में कोई औप्सन भी नहीं ली जा रही। उनकी मर्जी के बिना उनका ए जी में जमा जीपीएफ भी ट्रस्ट में डालकर लुटाने की साजिश की जा रही है।
वक्ताओं ने सवाल किया कि कर्मचारियों का सरकारी स्टेटस उनसे बिना पूछे कोई कैसे बदल सकताहै। दरअसल अधिकारियों ने टैन्डर लगाने से पहले ट्रांसफर पॉलिसी पब्लिक करनकी थी जो अभी तक 4 साल बाद भी नहीं की है उसी गलती को बार बार छुपाने के लिए गल्तियों पर गल्तियां की जा रही है तथा कम्रचारियों के परविारों का पैसा निजी ट्रस्टों में लुटायाजा रहा है। वह भी उनकी मर्जी के बिना जो सरासर अन्याय व अत्याचार है। उन्होंने सवाल किया कि अगर निजी कम्पनी में जाना इतना ही फायदेमंद है तो चीफ इन्जीनियर जो सरकारी कम्पनी के एमडी है वह कर्मचारियों के साथ खुद क्यों नहीं निजी कम्पनी में जा रहे हैं।
यूनियन ने कहा कि प्रशासन विभाग को हैन्डओवर करने के बाद पालिसी बनाने की बात कर रहा है तथा यह गल्तफहमी पैदा कर रहा है कि हैन्डओवर के बाद ट्रांसफर पालिसी बनायेंगे जो अपने ब्यान की आप ही कन्ट्राडिक्शन कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि प्रशासन तुरन्त कर्मचारियों से सम्बन्धित मुद्दों पर स्पष्ट निर्णय ले तथा इस सम्बन्ध में यूटी से एमसी में ट्रांसफर कर्मचारियों बारे लिया गया फैसला, एनटीपीसी के कर्मचारियों के सम्बन्ध में लिये फैसले जिसमें कहा गया कि कर्मचारी की मर्जी के बिना उसका इम्पलायर नहीं बदल सकता तथा गर्वनमैंट प्रैस के कर्मचारियों को दूसरे विभागों में अडजस्ट करने आदि का ध्यान रखकर फैसला करें। इस सम्बन्ध में प्रशासन के सभी अधिकारियों को डिटेल ज्ञापन दिये गये है लेकिन इस पर गौर करने की बजाय बार बार भड़काहट वाली कार्यवाही की जा रही है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जायेगा।
यह जानकारी जारी एक विज्ञप्ति में महासचिव गोपाल दत्त जोशी ने दी।