चंडीगढ़ । श्री धनवंतरी आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल चंडीगढ़ सेक्टर 46, ने राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ के सहयोग से 19 एवं 20 सितंबर को शिक्षकों के लिए प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. करतार सिंह धीमान (कुलपति एसकेएयू) थे। उद्घाटन समारोह की शुरुआत धन्वंतरि वंदना और पारंपरिक दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसे डॉ करतार सिंह धीमान (कुलपति एसकेएयू) डॉ अनिल भारद्वाज (आरएवी गुरु), डॉ नरेश मित्तल (महासचिव, एसडीईएस), डॉ शंकर बाबू सर (निदेशक अस्पताल, एसडीएसीएच) डॉ एस के ठाकुर (निदेशक, एसडीएसीएच) ने ज्ञान और समृद्धि के संकेत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम में अतिथि वक्ताओं डॉ सुजाता कागम (एआईआईए, गोवा की डीन), डॉ दीपा मिश्रा (प्रोफेसर और एच.ओ.डी पीटीएसआर, आईएमएस, बीएचयू) डॉ एल सुचारिता लक्ष्मी नारायण (मुख्य चिकित्सक और प्रोपरेटर) डॉ हरप्रीत (प्रोफेसर और एच.ओ.डी पीटीएसआर, एसडीएसीएच) ने भाग लिया। अतिथि वक्ताओं ने एंडोमेट्रियोसिस, बांझपन, आयुर्वेद के माध्यम से पूर्व-गर्भधारण देखभाल और प्रसव पूर्व देखभाल, गर्भ संस्कार, चिकित्सीय प्रक्रिया जैसे विषयों पर व्यापक ज्ञान प्रदान किया। गर्भावस्था, रजोनिवृत्ति से लेकर रजोनिवृत्ति तक आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से दर्शकों को बहुमूल्य जानकारी दी गई। प्रसवपूर्व रोगियों को पोषण लड्डू वितरित किए गए। विशेषज्ञों ने प्रसवपूर्व योग के लाभों पर प्रकाश डाला और गर्भावस्था के दौरान शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाई। विशेषज्ञों ने व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया और स्थानिक चिकित्सा के बारे में निर्देश दिए। कार्यक्रम का समापन विदाई समारोह और धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।