चंडीगढ़ । दक्षिण एशिया में शिक्षा में क्रांति लाने के उद्देश्य से यूनेस्को महात्मा गांधी शांति और सतत विकास शिक्षा संस्थान (यूनेस्को एमजीआईईपी) ने दो परिवर्तनकारी लघु पाठ्यक्रम सामाजिक और भावनात्मक शिक्षा (एसईएल) और डिजिटल लर्निंग विषय पर श्रीलंका, मालदीव, नेपाल तथा भारत के मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित करने और प्रमाणित करने के लिए साउथ एशियन सेंटर फॉर टीचर डेवलपमेंट कोलंबो, श्रीलंका में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया I इसका उद्देश्य शिक्षकों को नवीन शिक्षण पद्धतियों से लैस करना और छात्रों के बीच समग्र विकास को बढ़ावा देना, सामाजिक और भावनात्मक क्षमताओं का विकास, दूसरों की देखभाल, जिम्मेदार निर्णय लेने, सकारात्मक संबंध स्थापित करने और चुनौतीपूर्ण स्थितियों से निपटने की क्षमता को विकसित करके एक स्थायी और शांतिपूर्ण ग्रह प्राप्त करना है, जो संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य 4, लक्ष्य 7 को प्राप्त करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल है। मास्टर ट्रेनर्स को वर्तमान शैक्षिक परिवेश में प्रासंगिक बनाने के उद्देश्य से डिजिटल लर्निंग के उपयोग के बारे में बताया गया l नई राष्ट्रीय शिक्षा पॉलिसी 2020 में भी इस पर जोर दिया गया है l भाषा और सामाजिक विज्ञान के अलावा गणित , विज्ञान, खेलकूद, संगीत, कंप्युटर, कला शिक्षक भी इस प्रकार के नवाचार द्वारा विद्यार्थियों और स्वयं की सामाजिक और भावनात्मक क्षमताओं का विकास कर सकेंगे I
कार्यशाला में श्रीलंका, मालदीव, नेपाल तथा भारत के पांच पांच चुनिंदा मास्टर ट्रेनर्स ने हिस्सा लिया l भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए एनसीईआरटी प्रोफेसर डॉक्टर रुचि शुक्ला, केंद्रीय विद्यालय संगठन से शिक्षक परामर्शदाता राजेश वशिष्ठ केविएसगुरु, बेंगलुरु से शिक्षिका श्रीकीर्ति, चंडीगढ़ से प्राचार्य अरुण मसीह तथा डीपीएस हैदराबाद प्राचार्या सुनीता राव ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए भारतीय संस्कृति और शिक्षा संस्कारों पर अपने विचार व्यक्त किए l प्रशिक्षण को सुगम बनाने के लिए संस्थान ने अपना स्वदेशी जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन अनुपालक आर्टिफिशियल-इंटेलिजेंस संचालित शिक्षण मंच, फ्रेमरस्पेस विकसित किया है I इसके अन्तर्गत अगले चरण में ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा l इसके उपरांत सभी मास्टर ट्रेनर अपने विभागों के शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे I
सभी सफल मास्टर ट्रेनर्स को कमल पथमासिरी, महानिदेशक, दक्षिण एशिया शिक्षक विकास केंद्र श्रीलंका द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए l
प्रशिक्षणार्थियों के मार्गदर्शन हेतु डॉक्टर जयंत वट्टाविदनागे उप महानिदेशक (शैक्षणिक मामले) यूनेस्को सी2सी दक्षिण एशियाई शिक्षक विकास केंद्र मीपे, श्रीलंका उपस्थित रहे l
प्रशिक्षण रेणुका रौतेला महात्मा गांधी शांति और सतत विकास शिक्षा संस्थान की राष्ट्रीय परियोजना अधिकारी – यूनेस्को एमजीआईईपी तथा भव्या जोशी द्वारा प्रदान किया गया l