चंडीगढ़, 2 जुलाई। इलेक्ट्रिकल वर्कमैन यूनियन की वर्किंग कमेटी की मीटिंग शुक्रवार को वरिंदर बिष्ट की अध्यक्षता में सैक्टर 25 में हुई। मीटिंग में बिजली विभाग मे काम कर रहे आउट सोर्सेड वर्करों की छटनी की जोरदार शब्दों में निंदा करते हुए 436 आउट सोर्सेड वर्करों की रींगेसमेंट की तरुंत मंजूरी देने की मांग की गई।
जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि आउटसोर्सड वर्करों की छटनी के विरोध यूनियन एक हफ्ते से रैली प्रदर्शन कर रही है पर अधिकारी वर्करों को रिएंगेस करने की मंजूरी नहीं दे रहे। इलेक्ट्रिकल सेवाएं जरुरी सेवाओं के अंतर्गत आती है किन्तु प्रशाशन बहुत ही कैजुअल तरीके से इस को हैंडल कर रहा है। प्रशाशन की इस अप्रोच के कारण जरूरी सेवाएं परभावत हो रही है जिसकी सरकार को कोई चिंता नहीं है।
मीटिंग को संबोधन करते हुए कोऑर्डिनेशन कमेटी आफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के महासचिव राकेश कुमार, यूनियन के प्रधान किशोरी लाल तथा जनरल सेक्टरी वरिंदर बिष्ट ने कहा कि एक तरफ जैम पोर्टल के ठेकेदार वर्करों का लगातार आर्थिक शोषण कर रहे हैं, जिसे रोकने मे प्रशाशन पुरी तरह नाकाम रहा है और अब वर्करों को नौकरी से निकाल बाहर फेंकने की तयारी कर रहे हैं जो किसी भी तरह बर्दाशत नहीं किया जा सकता।
उन्हों ने मांग की के 436 आउट सोर्सड वर्करों को रीइंगेज करने की तरूंत मंजूरी दी जाए। नेताओ ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द मंजूरी ना दी गई तो आंदोलन को होर तेज़ किया जाएगा तथा 9 जुलाई को काले गाउन पहन कर यूटी सचिवलिया के सामन प्रदर्शन किया जाएगा जिस की पूरी जिमेवारी इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारिओं की होगी।
मीटिंग में परमुख तौर पर राकेश कुमार, किशोरी लाल, वरिंदर बिष्ट के इलावा, यशपाल शर्मा, अवतार सिंह, सुखविंदर सिंह, भरत सिंह, जसपाल सिंह , दया राम दविंदर कुमार, सीता राम, आदि शामिल थे।