चंडीगढ़, 1 जुलाई। इलेक्ट्रिकल वर्कमैन यूनियन के आह्वान पर बिजली मुलाजिमों ने वीरवार को 436 आउटसोर्सड वर्करों की होने जा रही छटनी के विरोध में हाथो में तख्तियां लेकर मेंटेनेंस बूथ सेक्टर 23 में जोरदार प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए मुलाजिमों ने आउटसोर्सिंग वर्करों की छटनी का जोरदार विरोध करते हुए 436 आउट सोर्सेड वर्करों की रींगेसमेंट की तरुंत मंजूरी देने की मांग की है।
मुलाजिमों को आरोप है कि 436 वर्करों की रींगेसमेंट का केस मंजूरी के लिए चीफ इंजीनियर कम स्पेशल सेक्रेटरी इंजीनियरिंग के ऑफिस में एक महीने से पड़ा है। 30 जून को टेंडर खत्म हो चुका है और वर्कर को कभी भी नौकरी से बाहर किया जा सकता है। फिर भी प्रशासन के अधिकारी बार-बार मांग पत्र देने एवं विरोध करने के बावजूद कर्मचारियों के हितों को पूरी तरह से अनदेखी कर रहे है।
वर्करों को संबोधन करते हुए कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलाइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के महासचिव राकेश कुमार, यूनियन के प्रधान किशोरी लाल तथा जनरल सेक्रेटरी वरिंदर बिष्ट ने कहा कि एक तरफ जैम पोर्टल के ठेकेदार वर्करों का लगातार आर्थिक शोषण कर रहे हैं, जिसे रोकने में प्रशासन पुरी तरह नाकाम रहा है और अब वर्करों को नौकरी से निकाल बाहर फेंकने की तैयारी की जा रही है जिसे किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उन्होंने मांग की है कि वादे अनुसार प्रशासन 327, पोस्टों की पहले मंजूरी दे जिन पर पहले से वर्कर काम कर रहे हैं ताकि जो उन वर्करों को रीइंगेज किया जा सके। चीफ इंजीनियर कम स्पेशल सेक्रेटरी इंजीनियरिंग सीबी ओझा ओझा ने यूनियन को आश्वासन दिया था कि जिन पोस्टों पर वर्कर पहले से काम कर रहे हैं उन 327 पोस्टों की मंजूरी दे दी जाएगी। किन्तु अभी तक कोई मंजूरी नहीं आई जिस कारण वर्करों पर छटनी की तलवार लटक गई है।
नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द मंजूरी ना दी गई तो 9 जुलाई को काम छोड़ कर प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की होगी।
रैली को राकेश कुमार, किशोरी लाल, वरिंदर बिष्ट के अलावा, यशपाल शर्मा, अवतार सिंह, सुखविंदर सिंह, भरत सिंह, जसपाल सिंह, दलजीत सिंह जॉइंट सेक्रेटरी कोऑर्डिनेशन कमेटी आदि ने भी संबोधन किया। यह जानकारी यूनियन के प्रेजिडेंट किशोरी लाल ने जारी एक विज्ञप्ति में दी।