चंडीगढ़, 24 जून। कोऑर्डिनेशन कमेटी आफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलॉइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ की वीरवार को कोर कमेटी की हुईं मीटिंग में चंडीगढ़ प्रशासन तथा नगर निगम द्वारा मुलाजिमों के साथ की जा रही धकेशाही के विरोध में जोरदार रोष प्रदर्शन करने का फैसला लिया गया।
मीटिंग को संबोधन करते हुए कोऑर्डिनेशन कमेटी के प्रधान सतिंदर सिंह, महासचिव राकेश कुमार, पेट्रोन भाई शाम लाल गावरी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुरेश कुमार ने कहा कि एक तरफ चंडीगढ़ प्रशासन तथा नगर निगम मुलाजिमों के मसलों पर कोई भी फैसला करने में निकाम रहा हैं और दूसरी तरफ चंडीगढ़ के प्रशासक मुलाजिमों का रोना सुनने के लिए भी तैयार नहीं है, मुलाजिमों को मिलने के लिए उनके पास समय नहीं है।
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि आउट सोर्सेड वर्करों का आर्थिक शोषण बंद नहीं हो रहा और अब उनको को नौकरी से निकलने की योजना के तहत ठेकेदारों को जॉब वर्क देने की तयारी की जा रही हैं। नगर निगम के मुलाजिमों के गुटों पर घडिया बांध कर गुलामी का अहसास दिलाया जा रहा है और घड़ियो की गलती का खामियाजा वर्करों को भुगतना पड़ रहा है, वर्करों की सैलरी कटी जा रही है इस लिए घड़ीयो को लगाने के फैसले को जल्द से जल्द वापीस लिया जाए और करोना काल में फ्रंट लाइन पर काम करने वाले आउट सोर्सेड वर्करों को काम से निकालना बंद किया जाए। उनकी तीन महीने की रुकी सैलरी दी जाए तथा आउट सोर्सिंग वर्करों के लिए सिक्योर्ड पॉलिसी बनाई जाए।
ऐसे हालातो में मुलाजिमों के पास अंदोलन के सिवा होर कोई रास्ता नहीं बचता। इस लिए 28 जून को गवर्नर हाउस को होने वाली प्रोटेस्ट मार्च तथा 29 जून को नगर निगम के घेराव की पूरी जुमेदारी उन अधकारियो की होगी जो वर्कर विरोधी फैसले कर रहे हैं।